Gorakhpur News: गोरखपुर के खजनी ब्लॉक में कार्यरत ग्राम विकास अधिकारी राहुल चौधरी ने बघगड़ा पुल से राप्ती नदी में छलांग लगा दी. अपनी जीवन लीला समाप्त करने से पहला राहुल ने फोन पर रिकॉर्डिंग कर बताया कि अखिर उसे ये कदम क्यों उठाना पड़ा. फिलहाल, पुलिस और गोताखोर की टीमें अब तक राहुल चौधरी के शव को तलाश नहीं कर पाई हैं.
राहुल चौधरी (24) खजनी ब्लॉक में ग्राम विकास अधिकारी के पद पर तैनात थे. उनके पास ग्राम डुमरैला और डोडा गांव का चार्ज था. डेढ़ साल पहले हुई पिता की मौत के बाद राहुल को मृतक आश्रित कोटे से नौकरी मिली थी. बृहस्पतिवार की सुबह राहुल अपने घर से स्कूटी लेकर के निकले. इसके बाद रास्ते में अपने मोबाइल पर ऑडियो रिकॉर्ड किया, और व्हाट्सएप से उन्होंने अपनी मां और बहन को भेजा. जिसमें उन्होंने अपनी बात रिकॉर्ड करके कही.
ऑडियो में राहुल ने अपनी जिंदगी की चुनौतियों से हारने की बात बताई, उन्होंने कहा कि “उन से नहीं हो पा रहा वह डरे डरे से रहते हैं’, जैसे ही परिवार वालों को यह मैसेज मिला परिवार वालों ने इसकी सूचना 112 नंबर पर पुलिस को दी, जिसके बाद रामगढ़ताल पुलिस बघगड़ा पुल के पास पहुंची, जहां राहुल की स्कूटी, मोबाइल और कपड़े मिले.
बता दें कि राहुल के पिता विजय चौधरी कौड़ीराम ब्लॉक में क्लर्क के पद पर तैनात थे. 20 जनवरी 2019 को उनकी मौत हो गई थी, जिसके बाद उनकी जगह पर राहुल को मृतक आश्रित कोटे से नौकरी मिली थी. राजघाट थाना क्षेत्र के रावत पाठशाला के पास रहने वाले राहुल चौधरी खजनी ग्राम विकास अधिकारी के पद पर कार्यरत थे. हालांकि, राहुल ने अपनी खुदकुशी के पीछे किसी को भी जिम्मेदार न ठहराते हुए खुद को ही दोषी बताया. फिलहाल, पुलिस और गोताखोरों की टीम शव की तलाश में जुटी है.
रिपोर्ट- अभिषेक पांडेय