संजय कुमार अभय
गोपालगंज. एंबुलेंस अगर सायरन बजाते हुए तेजी से जा रही हो तो हर कोई यही समझेगा कि उसमें जा रहा मरीज गंभीर हालत में है. क्योंकि एंबुलेंस से मानवीयता जुड़ी होती है. लेकिन अब शराब तस्करों ने इसका दुरुपयोग तस्करी के लिए शुरू कर दिया है. कुचायकोट पुलिस ने एंबुलेंस से भारी मात्रा में शराब बरामद की है, हालांकि अंधेरा होने का लाभ उठाकर तस्कर फरार हो गए.
कुचायकोट पुलिस के अनुसार हरियाणा निर्मित 1074 लीटर अंग्रेजी शराब मुजफ्फरपुर जा रही थी. यूपी-बिहार सीमा पर बने चेक पोस्ट पर पुलिस वाहनों की जांच कर रही थी. इस दौरान सायरन बजाते हुए एंबुलेंस तेजी से बैरिकेडिंग पार कर रही थी. पुलिस ने पीछा करते हुए एंबुलेंस को रोका, तबतक चालक फरार हो गया.
एंबुलेंस की जांच की गयी तो हरियाणा निर्मित तीन हजार बोतल अंग्रेजी शराब मिली. फिलहाल पुलिस इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर एंबुलेंस मालिक और तस्कर की तलाश शुरू कर दी है. आपको बता दें, कि अवैध शराब का कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा है. शराब की तस्करी करने के लिए तस्कर नए-नए तरीके अपना रहे हैं. इन तरीकों में उन्होंने नया तरीका यह अपनाया है कि एंबुलेंस से शराब की तस्करी कर रहे हैं.
एंबुलेंस से तस्करी करने का सबसे बड़ा फायदा यह है कि उसमें किसी को शक नहीं होता है कि इसमें शराब लाई जा रही है. हालांकि कुचायकोट पुलिस ने इस मामले में उत्पाद अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज कर एंबुलेंस मालिक और चालक समेत तस्कर की तलाश में छापेमारी शुरू कर दी है.