Bareilly News: पड़ोसी मुल्क नेपाल के उलमा और प्रमुख लोगों का शिष्टमंडल शनिवार को दरगाह आला हजरत पर हाजरी देने पहुंचा. दरगाह पर फूल पेशकर दोनों मुल्कों के बेहतर रिश्ते बनाए रखने की दुआएं मांगी. इस दौरान उलमा ने कहा कि उनका हिंदुस्तान के साथ दिल का रिश्ता है, जो खत्म नहीं होगा. इसके पहले उनका दरगाह आला हजरत पहुंचने पर उलमा और टीटीएस ने स्वागत किया.
दरगाह आला हजरत प्रमुख और उलमा काफी समय से नेपाल से बिगड़ते रिश्ते को लेकर फिक्र में थे. यह लोग बेहतर रिश्तों की कोशिश में जुटे हैं. इन्हीं कोशिशों के चलते शनिवार को नेपाल के उलमा और प्रमुख लोगों का शिष्टमंडल दरगाह आला हजरत हाजिरी देने पहुंचा. दरगाह पर हाजिरी देने के साथ दुआएं की. नेपाल के उलमा ने दरगाह प्रमुख और सज्जादानशीन मौलाना एहसान मियां से मुलाकात की.
तंजीम उलमा ए इस्लाम के मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने आला हजरत की लिखी किताबें दीं. मुफ्ती सलीम नूरी ने नेपाली शिष्टमंडल को आला हजरत की सीरत के बारे में बताया. नेपाल के उलमा ने बताया कि दरगाह आला हजरत से रूहानी रिश्ता है. नेपाल के 90 फीसदी मुसलमान आला हजरत को रहनुमा और दरगाह को मरकज मानते हैं. दरगाह के प्रवक्ता नासिर कुरैशी ने बताया कि नेपाल के सुन्नी उलमा मरकज से रिश्तों को मजबूत करने की अच्छी कोशिश की है. इसका हम दिल से स्वागत करते हैं.
(रिपोर्ट:- मुहम्मद साजिद, बरेली)
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