बखरी (बेगूसराय). बखरी में गुरुवार की सुबह छठ पूजा का अर्घ देने के दौरान बागमती नदी में डूबने से शकरपुरा निवासी ननकू रजक (26 वर्ष) की मौत के बाद आक्रोशित लोगों ने जमकर बवाल किया. युवक के इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए सैकड़ों लोगों ने बखरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में तोड़फोड़ की.
इसके बाद पीएचसी प्रभारी की गाड़ी समेत कई अन्य वाहनों में आग लगा दी. आक्रोशित लोगों को समझाने के लिए जब पुलिस पहुंची, तो लोगों ने डीएसपी के आवासीय कार्यालय में भी तोड़फोड़ की. भीड़ ने परिहारा ओपी की पुलिस पर भी हमला कर दिया, जिससे ओपी प्रभारी चंद्रप्रकाश महतो समेत कई पुलिसकर्मी जख्मी हो गये.
भीड़ ने परिहारा ओपी और पीएचसी प्रभारी की गाड़ी को भी पूरी तरह से जला दिया. इस दौरान पत्रकारों को भी लोगों ने पीट दिया. घटना की सूचना मिलने के बाद आसपास के कई थानों की पुलिस पहुंच गयी. इसके बाद लोग और आक्रोशित हो गये और पीएचसी प्रभारी के आवास को जलाने के साथ दोबारा डीएसपी के आवास पर हमला कर दिया.
भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस को दस राउंड से अधिक गोलियां चलानी पड़ीं. इसके बाद भी बवाल नहीं रुका. लोगों ने अनुमंडल चौक पर युवक के शव को रखकर हंगामा करना शुरू कर दिया. लोगों का आरोप था कि कई दशक से बखरी पीएचसी में कार्यरत प्रभारी डॉ एमपी चौधरी लोगों का इलाज करने की जगह मनमानी करते हैं.
समय पर इलाज होता तो युवक की जान बचायी जा सकती थी. बाद में डीएम अरविंद कुमार वर्मा और एसपी अवकाश कुमार दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और मृतक के परिजनों से मिल कर जांच के बाद दोषी कर्मियों पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया. पदाधिकारियों ने किसी तरह परिजनों को समझा-बुझा कर शव को पोस्टमार्टम के लिए बेगूसराय भेजा.
घटना के बाद पीएचसी के डॉक्टर सहित सभी कर्मचारी जान बचा कर भाग निकले. भाग रहे कर्मचारियों को आक्रोशित लोगों ने खदेड़ने का भी प्रयास किया. फिलहाल बखरी के अलावे गढ़पुरा, नावकोठी, मंझौल, छौड़ाही, परिहारा सहित आसपास के छह से अधिक थाने की पुलिस मौके पर कैंप कर रही है. वहीं, जिले से भी अतिरिक्त पुलिस बल को मंगाया गया है.
Posted by Ashish Jha