Bareilly News : किसान आंदोलन का सबसे ज्यादा प्रभाव पश्चिमी यूपी में देखने को मिल रहा है. यानी योगी सरकार को किसानों की नाराजगी भी सबसे ज्यादा यहीं देखने को मिलेगी. ऐसे में बीजेपी विधानसभा चुनाव 2022 के लिए क्या रणनीति बनाएगी ये तो अभी तक पता नहीं चल रहा लेकिन सीएम योगी पश्चिमी यूपी के लिए योजनाओं का पिटारा लेकर भ्रमण पर निकल गए हैं. लेकिन एक और बात गौर की जा रही है कि जिन जिलों में योगी जाने वाले होते हैं उससे एक या दो दिन पहले ही राज्य के डीजीपी मुकुल गोयल पहुंच रहे हैं. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या ये आगे आगे डीजीपी पीछे पीछे योगी… की रणनीति किसी आशंका के कारण है या वजह सिर्फ सुरक्षा कारण ही है. लेकिन ऐसा सिर्फ पश्चिमी यूपी में देखने को मिल रहा है पूर्वांचल में नहीं.
आपको बता दें कि डीजीपी सोमवार रात अचानक बरेली पहुंच गए. यहां से बदायूं और शाहजहांपुर में पहुंचने का कार्यक्रम है.इन दोनों जिलों में मंगलवार को सीएम की जनसभाएं हैं. डीजीपी बरेली में मुख्यमंत्री की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में शामिल हुए. इसके बाद अफसरों के साथ सीएम की जनसभाओं की सुरक्षा व्यवस्था को समीक्षा की.
सीएम योगी आदित्यनाथ विधानसभा चुनाव-2022 में दोबारा जीत दर्ज कर सरकार बनाने की कोशिश में हैं. जिसके चलते ईस्ट यूपी के बाद वेस्ट यूपी के जिलों में भी सीएम के कार्यक्रम शुरू हो गए हैं. मगर, उनके वेस्ट यूपी में पहुंचने से पहले आगे-आगे डीजीपी चल रहे हैं.सीएम की जनसभा सोमवार को शामली में थी. यहां एक दिन पहले डीजीपी पहुंचे गए थे.सीएम के कार्यक्रम की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेकर रामपुर होते हुए देर रात बरेली पहुंचे. बरेली मंडल के बदायूं और शाहजहांपुर में तीन जनसभाएं हैं. वेस्ट यूपी में सीएम के आगे-आगे डीजीपी के चलने को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई है. डीजीपी के आगे-आगे चलने का कारण कृषि बिल के विरोध में आंदोलन करने वाले किसानों को माना जा रहा हैं, कहीं यह आंदोलित किसान सीएम के कार्यक्रम में कोई व्यवधान न डाल दें. पुलिस मुखिया ईस्ट यूपी में सीएम के कार्यक्रम से पहले नजर नहीं आएं. हालांकि, वह वेस्ट यूपी के रहने वाले भी हैं.उनकी बरेली में तैनाती भी रह चुकी है.
डीजीपी बोले, तीन साल से जमे अफसर हटेंगे : उत्तर पुलिस के महानिदेशक (डीजीपी) मुकुल गोयल ने एक जिले में तीन साल से जमे अफसरों को हटाने की बात कहीं. बोले, अफसरों की सूची बननी शुरू हो गई है. 31 मई 2022 तक जिन अफसरों की तैनाती को तीन साल पूरे होंगे.उनका ट्रांसफर चुनाव से पहले होगा.वह कैराना से लखनऊ लौट रहे थे.बरेली कलेक्ट्रेट में सीएम की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में शामिल हुए.सोशल मीडिया अभी भी चुनौती बना हुआ है. बोले, सोशल मीडिया पर लगातार काम हो रहा है. बरेली के आईजी रमित शर्मा, डीएम मानवेंद्र सिंह और एसएसपी रोहित सजवाण ने मुलाकात की.
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रिपोर्ट : मुहम्मद साजिद