गुमला : गुमला प्रखंड के मड़वा आंजन गांव की 43 वर्षीय उकमावती देवी की एक आंख खराब है. गरीबी में वह किसी प्रकार अपने दो बच्चों की परवरिश कर रही है. उसे विधवा पेंशन मिलती है. उसी से घर का चूल्हा जलता है. उकमावती देवी के पति तिलकधारी साय की वर्ष 2017 में स्टोव फटने से मौत हो गयी थी. परंतु उस समय पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम नहीं कराया. न ही थाने में किसी प्रकार की प्राथमिकी दर्ज हुई थी. जिस कारण पीड़िता को उसके पति के इंश्योरेंस का दो लाख रुपये नहीं मिल पाया.
उकमावती देवी ने कहा कि उसके पति पीएमएसबीवाई के तहत 12 रुपये में अपना इंश्योरेंस कराये थे. परंतु हादसे में उनकी जान चली गयी. अगर पुलिस द्वारा मेरे पति के शव का पोस्टमार्टम कराया जाता और केस दर्ज होता तो उस कागज के आधार पर पति की मौत के बाद दो लाख मिलता. जिससे मुझ गरीब को कुछ सहारा मिल जाता. उन्होंने प्रशासन से मदद की गुहार लगायी है. उन्होंने कहा कि विधवा पेंशन के सहारे वह दो बच्चों की सही तरीके से परवरिश नहीं कर पा रही है.