Kanpur News: देश को मेडिकल के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए आईआईटी कानपुर ने प्रयास करना शुरू कर दिए हैं. अब आईसीएमआर (इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च) की टीम सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना करेगी, जिसके बाद यहां मेडिकल डिवाइस विकसित किए जाएंगे.
इसके लिए संस्थान की बायो साइंस एंड बायो इंजीनियरिंग विभाग मेडिकल पर रिसर्च कर रहा है. आईसीएमआर ने आईआईटी कानपुर समेत पांच आईआईटी में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना करने के लिए एक समझौता किया है. समझौते के तहत आईसीएमआर के चिकित्सक विभिन्न समस्याओं को वैज्ञानिकों के साथ साझा करेंगे, फिर वैज्ञानिक रिसर्च कर नई डिवाइस और उपकरण विकसित करेंगे. जिससे कि देश आत्मनिर्भर बन सके.
इस कार्यक्रम में आईआईटी कानपुर के बीएसआई विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक और स्टार्टअप इंक्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर के प्रभारी प्रो. अमिताभ बंदोपाध्याय मौजूद रहे. इस समझौते के तहत आईआईटी बॉम्बे, आईआईटी मद्रास, आईआईटी हैदराबाद, आईआईटी गुवाहाटी में भी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की जाएगी.
आईआईटी के स्थापना दिवस समारोह में शामिल होने आए पूर्व छात्र राकेश भार्गव ने कहा, कि देश में मेडिकल उपकरण नहीं बनाये जाते हैं. उन्होंने कहा कि जल्द ही वह डायलिसिस मशीन को बनाने का काम शुरू करना चाहते है.
इनपुट:- आयुष तिवारी