20.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

2 नवंबर को गुमला में होगी कब्र पूजा, 700 कब्रों पर ईसाई मिशनरी करेंगे प्रार्थना, जानें क्या है मान्यता

ईसाई मिशनरियों की ओर से 2 नवंबर को क्रब की विशेष पूजा होगी. इसको लेकर ईसाई मिशनरियों ने करीब 700 कब्र की सफाई की है. गुमला धर्मप्रांत के 39 पल्लियों में कब्र पूजा होगी. इस दौरान मृत आत्माओं को याद किया जायेगा. वहीं, सभी कब्रों पर माेमबत्ती जलाकर प्रार्थना होगी.

Jharkhand News (जगरनाथ, गुमला) : 2 नवंबर (मंगलवार) को ईसाई मिशनरी कब्र पूजा करेंगे और मुर्दों के लिए विशेष प्रार्थना करेंगे. गुमला धर्मप्रांत के सभी 39 पल्लियों (चर्च) में स्थित करीब 700 कब्र में पूजा- पाठ होगी. बीते 15 दिनों से कब्र पूजा की तैयारी चल रही थी, जो सोमवार को पूरी हो गयी. मंगलवार (दो नवंबर) को कब्र को फूलमाला व मोमबत्ती से सजाया जायेगा.

कब्र पूजा पर गुमला धर्मप्रांत के पुरोहित ने बताया कि जीवन व मरण एक ही सिक्के के दो पहलू हैं. ख्रिस्त विश्वास की मान्यता के अनुसार, जो मनुष्य मरता है, उसका दोबारा जन्म होता है. मरना जीवन का अंत नहीं, बल्कि शुरुआत है. मनुष्य का संबंध मृत आत्माओं से है क्योंकि जो मरे हैं. वे हमारे अपने हैं.

उन्होंने कहा कि आज हम मृत आत्माओं के लिए प्रार्थना करें. अपने जीवन काल में पूर्वजों ने जो पाप व बुराई किया और ईश्वर से माफी नहीं मांगी. हम इसके लिए माफी मांगे. साथ ही अपने अंदर की छुपी बुराई व शैतान को मारे. उन्होंने ईसाई मिशनरियों से अपील किये हैं कि कोरोना संक्रमण का समय है. इसलिए हम सभी सामाजिक दूरी का पालन करते हुए हम पूजा में हिस्सा लें.

Also Read: JPSC PT Result 2021: JPSC ने 4 सिविल सेवा पीटी का रिजल्ट किया जारी,252 पदों के लिए करीब 4300 अभ्यर्थी हुए सफल
बिशपों के कब्र में होगी पूजा

गुमला धर्मप्रांत के प्रथम बिशप माइकल मिंज व द्वितीय बिशप पॉल अलविस लकड़ा (स्वर्गीय) के कब्र में आज विशेष पूजा होगी. उनके लिए भी प्रार्थना की जायेगी. स्वर्गीय माइकल मिंज व पॉल लकड़र का कब्र संत पात्रिक महागिरजाघर के अंदर बनाया गया है. यहां आस्था से मोमबत्ती जलायी जायेगी. इसके अलावा सभी चर्च में पुरोहितों द्वारा पूजा पाठ करायी जायेगी.

700 कब्र में होगी प्रार्थना

गुमला धर्मप्रांत में 38 पल्ली है. इसके अंतर्गत 350 छोटे छोटे चर्च हैं. इन चर्चो में करीब 700 कब्र है. जहां हर दो नवंबर को कब्र पूजा होती है. इसमें मृत आत्माओं के लिए विशेष प्रार्थना होगी. परंतु इस वर्ष कब्र में मिस्सा पूजा न होकर चर्च में पूजा की जायेगी.

गुमला धर्मप्रांत के पल्ली के नाम

गुमला, सोसो, टुकूटोली, रामपुर, दलमदी, तुरबुंगा, अघरमा, कोनबीर नवाटोली, केमताटोली, ममरला, केउंदटाड़, छत्तापहाड़, रोशनपुर, लौवाकेरा, सुंदरपुर, देवगांव, करौंदाबेड़ा, मांझाटोली, जोकारी, मुरुमकेला, टोंगो, बारडीह, चैनपुर, मालम नवाटोली, नवाडीह, कटकाही, केड़ेंग, परसा, भिखमपुर, रजावल, कपोडीह, डुमरपाट, डोकापाट, बनारी, विमरला, चिरैयां, जरमना व नवडीहा है.

Also Read: Jharkhand News: देवघर के बाबा मंदिर में शीघ्रदर्शनम व्यवस्था शुरू, जानें कूपन की कीमत
कब्र पर्व मनाने के कारण

जो मर गये हैं. वे पहले मनुष्य थे. उनमें जीवन था. वे अपने जीवन काल में पाप किये. लेकिन ईश्वर से क्षमा नहीं मांगे. इसलिए उनके संतान मृत पूर्वजों के लिए ईश्वर से माफी मांगेंगे.

कब्र पर्व की मान्यता

इसाइयों में मान्यता है कि मृत्यु के बाद जीवन का अंत नहीं है. मरने के बाद पुनर्जन्म होता है. यह मान्यता सृष्टि के निर्माण के समय से चली आ रही है, जो अन्नत तक चलती रहेगी. कब्र पूजा से पूरखों से रिश्ता बना रहता है.

कब्र पर्व पर विश्वास

कब्र पवित्र स्थल होता है. मरने के बाद कोई भेदभाव नहीं रहता है, जो मर गये. वे कब्र में शांत मुद्रा में रहते हैं. जबतक मनुष्य जिंदा है. वह बुराई व अच्छाई दोनों प्रकार के कार्य करता है. अगर ईश्वर से प्रार्थना करें, तो हमारे पाप दूर होता है.

Also Read: गढ़वा के भू- अर्जन विभाग की लापरवाही से यूपी के अमवार डैम में गेट लगाने का काम फंसा, जानें पूरा मामला
कोरोना गाइडलाइन के तहत होंगे कार्यक्रम : फादर

इस संबंध में फादर सीप्रियन कुल्लू ने कहा कि मंगलवार को हम मुर्दों को याद करेंगे. उनके लिए प्रार्थना करेंगे. गुमला के संत पात्रिक स्थित कब्रिस्तान में दिन के 3.30 बजे मोमबत्ती जलायी जायेगी. पुरोहितों की अगुवाई में पूजा होगी. सभी कार्यक्रम कोरोना गाइडलाइन के तहत होगा.

Posted By : Samir Ranjan.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें