विधानसभा में नेता खादी कुर्ता में नहीं पैंट सर्ट में नजर आयेंगे. कल आयोजित होने वाले विधानसभा में स्पीकर, विधायक सभी पदल जायेंगे. कल के सत्र में विधेयक पेश होगा और संशोधित भी किया जायेगा.
झारखंड के इतिहास में आज एक नया अध्याय लिख दिया गया. राज्य में पहली बार झारखंड छात्र संसद का आयोजन किया गया. पहले दिन का कार्यक्रम आज खत्म हुआ. दूसरे दिन यानि 31अक्टूबर को भी कई तरह के आयोजन होने हैं.
आज पहले दिन के कार्यक्रम में मुख्य रुप से इस आयोजन के पीछे के उद्देश्य. इसकी रणनीति पर चर्चा हुई. मुख्य रुप से छात्र को एक अवसर मिला है कि वह संसदीय व्यस्था को बेहतर ढंग से समझ सकें.
आज कार्यक्रम के बाद छात्रों को प्रशिक्षण दिया गया और कल पूरा सत्र आयोजित किया जाना है. इस सत्र में प्रश्नकाल होंगे. अध्यक्ष महोदय का चुनाव होगा. सदस्यों का शपथग्रहण होगा और एक विधेयक भी प्रस्तुत किया जायेगा जिसमें संसोधन लाये जायेंगे जिस पर विचार होगा. इस मौके पर एक पुस्तक का भी लोकार्पण किया गया. झारखंड छात्र संसद पुस्तक.
संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम ने इस पूरे आयोजन की तारीफ करते हुए कहा, छात्रों को इससे लाभ होगा. हमारे देश का भविष्य युवा हैं. यहां पहुंचे युवा कई मानदडों पर खरे उतर कर यहां तक पहुंचे हैं. उन्हें इस पूरे आयोजन से लाभ मिलेगा. इस तरह का आयोजन जारी रहे इसका प्रयास जारी रहेगा. इससे वह अपने अधिकार के संबंध में जानकारी हासिल करेंगे.
तबीयत खराब होने के बावजूद भी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कार्यक्रम में पहुंचे थे. गले में इंफेक्शन के बावजूद भी उन्होंने छात्रों को संबोधित किया. वह कार्यक्रम बेहद संवेदनशील है छात्रों को विधायिका, कार्यपालिका की जानकारी मिलेगी. किसी भी व्यक्ति के लिए यह जानकारी जरूरी है.
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा, मजबूत राज्य, देश तभी मानता है जहां राजनीतिक, शैक्षणिक चेतना हो. युवा ताकत एक बड़ी ताकत है. जिस तरीके से सभागार को रौशनी करने में यहां बल्ब की भूमिका है सभा को रौशनी करने में आप बल्बों की भूमिका में रहेंगे.
राज्य भर से 24 छात्रों का चयन किया गया है. इसमें हर जिले से एक छात्र है़ इनमें रांची से स्मृति राज, खूंटी से सिद्धार्थ कश्यप, सिमडेगा से विनय बड़ाइक, लोहरदगा से डेजी लकड़ा, पूर्वी सिंहभूम से कौरवी पात्रा, जमशेदपुर से जैश ठाकुर, सरायकेला से शंभु शंकर बेहरा, हजारीबाग से नूपुर माला, रामगढ़ से सिया गुप्ता, चतरा से श्वेता कुमारी, धनबाद से सौरभ कुमार, कोडरमा से इरम जिलानी, गिरिडीह से सभ्यता भूषण और दुमका से रवि शशांक व अन्य शामिल हैं. चनयिन छात्रों में आठ लड़कियां भी हैं.
विभिन्न विश्वविद्यालय व कॉलेजों के 94 में से 24 छात्रों के चयन के लिए बुधवार को विधानसभा में निर्णायक मंडली बैठी. तीन अलग-अलग पैनल ने ऑनलाइन साक्षात्कार लिया. पैनल के सामने छात्रों ने प्रस्तुतीकरण दिया.
प्रत्येक पैनल में चयन समिति के चार सदस्य शामिल थे. पहले पैनल में एनके सिंह, अभय सागर मिंज, विवेक कुमार व दयमंती सिंकू, दूसरे पैनल में रणेंद्र कुमार, विजय शंकर दुबे, एमए हक व जयदीप देवघरिया और तीसरे पैनल में सूरज भाई पटेल, संजय मिश्र, अनवर मल्लिक व महादेव टोप्पो शामिल थे. पैनल के सहयोग के लिए विधानसभा के संयुक्त सचिव मिथिलेश कुमार मिश्र, संयुक्त सचिव मधुकर भारद्वाज, रामनिवास दास और रविशंकर प्रसाद मौजूद थे.
24 छात्रों के चयन प्रक्रिया के दौरान विधानसभाध्यक्ष रबींद्र नाथ महतो भी जुड़े थे. स्पीकर ने चयन प्रक्रिया और छात्रों के संवाद सुने थे इस कार्यक्रम में उन्होंने कहा, हमारी आने वाली पीढ़ी कैसी है अगर वह सफल नहीं होगी तो सफल देश का निर्माण नहीं किया जा सकता. संसदीय व्यस्था का ज्ञान होना जरूरी है. मुझे खुशी है कि हमारे साथ युवा मुख्यमंत्री और कैबिनेट के साथी सहित कई लोगों को उम्मीद है कि युवा इस मौके का बेहतर लाभ उठायेंगे और ज्ञान हासिल करेंगे.