Groundwater Quality Standards In Jharkhand, Ranchi News रांची : झारखंड की 177 बस्तियों में भू-जल दूषित पाया गया है. यहां के भू-जल पीने योग्य नहीं हैं. इनमें फ्लोराइड, ऑर्सेनिक और आयरन की मात्रा निर्धारित मापदंड के अनुरूप नहीं है. इसका सेवन करने से व्यक्ति के स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव पड़ता है. पेयजल एवं स्वच्छता विभाग ने इन बस्तियों को चिह्नित करते हुए लघु और दीर्घकालीन योजना बनाकर काम शुरू किया गया है. प्रभावित बस्तियों में लघु कालीन योजना के तहत शुद्ध पेयजल पहुंचाने का काम किया गया है.
जल स्रोतों की जांच के लिए राज्य में सात प्रयोगशालाएं हैं. यहां जल की गुणवत्ता और शुद्धता की जांच होती है. इसमें राज्यस्तरीय जल जांच प्रयोगशाला रांची और जिलास्तरीय जल जांच प्रयोगशाला हजारीबाग, मेदिनीनगर, धनबाद, जमशेदपुर, साहिबगंज और दुमका में हैं.
ये सभी प्रयोगशालाएं भारत सरकार की संस्था नेशनल एक्रिडिएशन बोर्ड फॉर टेस्टिंग एंड कैलिब्रेशन लैबोरेटरीज (एनएबीएल) से संबद्ध हैं. पेयजल एवं स्वच्छता विभाग की ओर से छह और जिलों के जल जांच केंद्र को मान्यता दिलाने के लिए एनएबीएल के पास प्रस्ताव भेजा गया है.
प्रभावित बस्तियों में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने का काम शुरू कर दिया गया है. चालू वित्तीय वर्ष (2021-22) में सभी प्रभावित बस्तियों में लघु व दीर्घकालीन योजना के तहत शुद्ध पानी पहुंचाने का काम पूरा कर लिया जायेगा.
Posted By : Sameer Oraon