करीब तीन साल पांच माह बाद रविवार को राजद सुप्रीमो अपने घर लौटे. राजद कार्यकर्ताओं ने उनका शानदार स्वागत किया. झक सफेद कुर्ता-पायजामा पहने, मुंह पर मास्क, सिर पर हरी टोपी,गले में सुर्ख लाल गुलाब की माला और हरा गमछा डाले वे वाहन की अगली सीट पर तने बैठे दिखे. लेकिन पटना आते ही उन्हें विवादों का सामना करना पड़ा.
आरजेडी सुप्रीमो के पटना पहुंचते ही लालू परिवार में जमकर बवाल मचा. उनके बड़े बेटे तेज प्रताप ने नाराजगी जताते हुए बगावत कर दिये. दरअसल तेज प्रताप अपने पिता को खुद के सरकारी आवास पर लाना चाहते थे. यहां उनके आगमन को लेकर उन्होंने पूरी तैयारी कर रखी थी. तेज का बंगला पूरा सजधज कर तैयार था. तेज प्रताप पिता को लेने एयरपोर्ट भी गए. लेकिन लालू प्रसाद को राबड़ी आवास लेकर आया गया जिससे तेज प्रताप नाराज हो गये.
नाराज तेज प्रताप धरने पर बैठ गए. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने यहां तेजस्वी पर भी हमला बोला. तेज के निशाने पर राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह और तेजस्वी के सलाहकार संजय यादव थे. तेज ने कहा कि अगर यही रवैया रहा तो तेजस्वी मुख्यमंत्री नहीं बन पाएंगे. वहीं हाई वोल्टेज ड्रामा जब तूल पकड़ने लगा तो लालू-राबड़ी अपने बेटे की जिद के आगे हार गए और तेज प्रताप के सरकारी आवास पर भी पहुंचे.
तेज प्रताप ने ऐलान कर दिया था कि उनके पिता भले ही 5 मिनट के लिए आएं, लेकिन उनके आवास पर आएं. इस जिद को मानते हुए लालू प्रसाद उनके आवास पर आए. तेज ने पिता का चरण पखारा और कहा कि मेरा अपने आवास के बाहर धरना केवल इस बात के लिए था कि पिता लालू प्रसाद मेरे घर आ जाएं. बेशक पांच -दस मिनट के लिए आएं. उन्होंने आकर मेरी बात रख ली. अब उन सामंतवादी ताकतों को पता चल गया होगा, जो मुझे मेरे पिता और परिवार से अलग करना चाहते हैं.
Published By: Thakur Shaktilochan