पटना के फुलवारीशरीफ में अपराधी एचडीएफसी बैंक के एटीएम को उखाड़ ले गये. पुलिस ने औरंगाबाद में एक पानी भरे पईन से एटीएम मशीन को बरामद किया है. अपराधियों ने सारे पैसे निकालकर मशीन को फेंक दिया और फरार हो गये. वहीं अपराधियों की धरपकड़ के लिए पुलिस जुट गयी है. इस बीच अब सवाल भी सामने आने लगा है कि अपराधियों के हौंसले इतने बुलंद कैसे होते जा रहे हैं.
अपराधी इतनी आसानी से एटीएम उखाड़कर ले जायेंगे, इसका अंदाजा पुलिस को भी नहीं था. अपराधी काफी शातिर हैं. उन्हें पता था कि अगर वे उस एटीएम को काट कर रुपये निकालते हैं या पूरी एटीएम को ले जाने के लिए नट-बोल्ट खोलते हैं तो उन्हें कम से कम 45 मिनट से अधिक का समय लगता. वे पकड़े जा सकते थे. ऐसा न कर उन लोगों ने महज दस मिनट के अंदर एटीएम को आसानी से उखाड़ लिया. रस्सी का एक छोर अपनी गाड़ी में बांधा और दूसरा छोर एटीएम मशीन में. इस तरह गाड़ी के सहारे मशीन को उखाड़ ले गये.
आश्चर्य की बात यह है कि घटना के दौरान ही सैप के दो जवान वहां पहुंच गये थे, लेकिन उन लोगों ने बदमाशों को पकड़ने की कोशिश नहीं की. फुलवारीशरीफ थानेदार ने दोनों की क्लास लगायी, तो दोनों जवानों ने केवल इतना कहा कि अगर गोली चलाते तो आम लोगों को भी नुकसान हो सकता था. पटना सहित पूरे बिहार में लगातार एटीएम काट कर रुपये लेकर भागने की घटना सामने आने के बाद पटना पुलिस ने सुरक्षा के लिए रणनीति बनायी थी. इसके तहत हर थाने की एटीएम की संख्या के हिसाब से गश्ती दल को समय दिया गया था.
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चेकिंग करने वाले पुलिस पदाधिकारियों को एटीएम के साथ सेल्फी भी लेनी थी और उसे अपने वरीय अधिकारियों को भेजना था. इसी प्रकार, फुलवारीशरीफ थाना की गश्ती टीम को भी 50 मिनट का समय दिया गया था, क्योंकि उनके क्षेत्र में 35 एटीएम हैं. इस तय समय में भी एटीएम को चेक करना था. इस एटीएम पर भी 11.30 बजे गश्ती गाड़ी ने चेकिंग की थी और फिर से दूसरी एटीएम को चेक करने निकल गयी थी. संभवत: बदमाशों को इस बात की जानकारी थी. बदमाशों ने खानकाह मुजिबिया मोड़ के पास लगे मेले का भी फायदा उठाया.
बाढ़ के रामपुर में भी वर्ष 2018 में हुई थी. बदमाशों ने एसबीआइ की एटीएम को उखाड़ लिया था और ले भागे थे. 2019 में बदमाशों ने सुल्तानगंज, सैदपुर से लेकर कंकड़बाग तक की चार एटीएम को काट दिया था और 35 लाख निकाल कर फरार हो गये थे. इसके बाद बेऊर, दानापुर व ग्रामीण इलाकों में कई एटीएम को काट कर लाखों रुपये निकाल लिये थे.
फुलवारीशरीफ में एटीएम को औरंगाबाद व हरियाणा के मेवात गैंग ने उखाड़ा था और ले गये थे. इसकी पुष्टि उस समय हो गयी, जब औरंगाबाद के दाऊदनगर इलाके से खाली एटीएम को बरामद कर लिया गया. औरंगाबाद के एटीएम कटर गैंग ने 2019 में चार एटीएम को काटकर पैसे निकाल लिय थे.
पटना समेत सूबे की अधिकतर एटीएम में सुरक्षा के नियमों का पालन नहीं होता है. एटीएम के सीसीटीवी कैमरा खराब रहते हैं तो कई बिना गार्ड के ही संचालित होते हैं. गुरुवार की रात प्रभात खबर के संवाददाता नेपटना शहर की कुछ एटीएम की जांच की तो पाया कि उनमें गार्ड नहीं थे. एटीएम बिना गार्ड के चल रहे थे. विदित हो कि पटना जिले में 1493 एटीएम मौजूद हैं.
Published By: Thakur Shaktilochan