Weather Updates: मॉनसून खत्म हो जाने के बाद भी देश के कई हिस्सों में जोरदार बारिश हो रही है. उत्तराखंड, दिल्ली, यूपी, बिहार, झारखंड, केरल समेत कई और राज्यों में कुछ दिनों से भारी बारिश देखने को मिली. वहीं, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने देश के कुछ हिस्सों में भारी बारिश का अनुमान जाहिर किया है. वहीं, मौसम विभाग का कहना है कि जम्मू कश्मीर, दिल्ली, उत्तराखंड, केरल समेत कुछ और राज्यों में तेज बारिश होने की संभावना है.
केरल और उत्तराखंड में हो सकती है भारी बारिश: मौसम विभाग ने संभावना जताई है कि उत्तराखंड में एक दो दिनों में भारी बारिश होगी. वहीं, आईएमडी ने केरल में भी अगले तीन से चार दिन भीषण बारिश होने की आशंका जताई है. गौरतलब है कि उत्तारखंड में भीषण बारिश के चलते 45 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है. वहीं केरल में 27 लोगों की जान चली गई है. भारी बारिश को देखते हुए कई इलाकों में रेड अलर्ट है.
बीते 24 घंटे में कितनी हुई बारिश: बीते 24 घंटों की बात करें तो उत्तराखंड के नैनीताल में 400 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई. वहीं पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में 233.8 मिलीमीटर बारिश हुई. जबकि बंगाल के ही कालिम्पोंग में 199 मिलीमीटर बारिश हुई. वहीं, केरल के कोल्लम में 204.4 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है. भारी बारिश के कारण पश्चिम बंगाल और सिक्किम के बीच मुख्य सड़क संपर्क बंद हो गया है. जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त है.
खास बातें
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दार्जिलिंग, कालिम्पोंग और अलीपुरदुआर के लिए रेड अलर्ट
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तीस्ता नदी में पानी के अत्यधिक बहाव के कारण किनारे के गांव तबाह
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यूपी के लखीमपुर खीरी और पीलीभीत में बारिश से तबाही
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पीलीभीत में 500 ग्रामीण बाढ़ में फंसे, सेना ने संभाला मोर्चा
देश से 26 तक लौट जायेगा मॉनसून: भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बुधवार को कहा कि देश भर से दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 26 अक्तूबर तक विदा हो जायेगा. आम तौर पर दक्षिण-पश्चिम माॅनसून की वापसी उत्तर-पश्चिम भारत से 17 सितंबर से शुरू हो जाती है. इस बार इसकी वापसी छह अक्तूबर को शुरू हुई.
उत्तराखंड में 107 साल का टूटा रिकॉर्ड: देहरादून. उत्तराखंड में मूसलाधार बारिश ने 100 साल से अधिक पुराने कई रिकॉर्ड को तोड़ दिया है. मौसम विज्ञानियों के अनुसार कुमाऊं क्षेत्र के मुक्तेश्वर में 107 साल पहले 18 सितंबर, 1914 को हुई 254.5 मिलीमीटर बारिश का रिकॉर्ड टूट गया. पिछले 24 घंटे में मुक्तेश्वर में 340.8 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गयी.
पहाड़ों पर पर्यटक फंसे, पैदल जाने की मंजूरी: सिलीगुड़ी के पुलिस आयुक्त ने बताया कि पूजा के दौरान पहाड़ी इलाकों में गये सैकड़ों पर्यटक अपने अगले गंतव्यों पर जाने या घर लौटने के लिए रेलवे स्टेशन या बागडोगरा हवाई अड्डे तक पहुंचने में बारिश और भूस्खलन की वजह से मुश्किल का सामना कर रहे हैं. पैदल जाने की अनुमति दी जा रही है.
मैदानी इलाकों में जल्द दस्तक देगी सर्दी: सीएसए के मौसम विज्ञानी ने बताया कि मौसम की गतिविधियां 20 तारीख से समाप्त हो जायेंगी, रात के तापमान में गिरावट होगी. अब पश्चिमी शुष्क हवाओं का आना भी गंगा के मैदानी इलाकों में शुरू हो जायेगा जिससे सर्दी का अहसास बढ़ेगा.
Posted by: Pritish Sahay