Jharkhand Crime News (गोड्डा) : झारखंड के संताल क्षेत्र में युवा खासकर नाबालिगों में ऑनलाइन गेम (पब्जी या बजमी) का नशा अब भी सिर चढ़कर बोल रहा है. गोड्डा जिले में भी ऑनलाइन गेम का साइड इफेक्ट देखने को मिला है. हालांकि, पब्जी जैसे गेम खेलने पर सरकार ने बैन लगा रखा है. गाहे-बगाहे गेम के दुष्परिणामों को लेकर चर्चा भी होती है, लेकिन वैश्विक महामारी के दौरान ऑनलाइन खेल की लोकप्रियता बढ़ गयी थी.
मंगलवार को ऑनलाइन गेम खेलने को लेकर एक मामला सामने आया है. गोड्डा जिला के हनवारा थाना क्षेत्र स्थित नरैनी गांव के दो नाबालिग भाई 17 वर्षीय जिलानी अंसारी तथा 15 वर्षीय मेहताब अंसारी ने पिता द्वारा कमाकर घर पर रखे दो लाख 70 हजार रुपये बारी-बारी से चुरा कर ऑनलाइन गेम में लगा दिया. दोनों भाइयों ने ऑनलाइन गेम खेलते हुए 2 लाख 70 हजार रुपये बर्बाद कर दिया. इस बात की भनक परिजनों तक नहीं लगने दिया.
बताया जा रहा है कि दोनों भाई पैसों को गेम के लिए मोबाइल अकाउंट अपग्रेड करने और गेमिंग के दौरान शॉपिंग करने के लिए खर्च कर दिया. दोनों भाइयों ने घर से चुराये लाखों रुपये से अपने और अपने साथियों के लिए इन-ऐप शॉपिंग की थी. पिता इसराइल अंसारी मुंबई में मजदूरी कर परिवार का भरण- पोषण करते हैं. किसी तरह मजदूरी कर उन्होंने दो माह पहले जमीन खरीदने के लिए घर में पैसा रखा था.
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घर में पैसा रखकर इसराइल दोबारा मुंबई चले गये. पिता के जाने के बाद घर में अकेली मां थी. दोनों भाई मां द्वारा घर में छुपाकर रखे पैसे निकाल कर पब्जी गेम में खर्च करना शुरू कर दिया. जब इसकी भनक सोमवार को घर में उनकी मां को लगी, तो वो हक्का-बक्का रह गयी.
Posted By : Samir Ranjan.