Bihar News: बिहार के बांका जिले के थाना क्षेत्र के कुमरी गांव में प्रेम-प्रसंग में प्रेमी के घर भाग कर आयी प्रेमिका की संदिग्ध अवस्था में मृत्यु हो गयी. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए बांका भेज दिया. वहीं परिजनों का रो रो कर बुरा हाल हो रहा है. जानकारी के अनुसार जमुई जिला अंतर्गत सिमुलतला थाना क्षेत्र के खुरदा गांव की (18 वर्षीय) गुंजा कुमारी बेलहर थाना क्षेत्र के कुमरी गांव के चौकीदार स्व कपिलदेव तुरी के पुत्र चंदन तुरी उर्फ सोपारी तुरी के साथ रविवार को कुमरी गांव आयी थी.
जिसका विरोध परिजनों के द्वारा किये जाने की बात सामने आ रही है. इस बीच सोमवार की अहले सुबह गुंजा कुमारी की मृत्यु उसके घर में ही हो गयी. हालांकि मौत कैसे हुई इस संबंध में अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं हो रहा है. उधर गुंजा कुमारी के परिजन सोमवार की सुबह बेलहर थाना पहुंचकर अपनी पुत्री की हत्या करने का आरोप उसके प्रेमी चंदन तुरी एवं उसके परिजनों पर लगाते हुए आवेदन दिया है. इस संबंध में मृतका के पिता भुटका तुरी ने बताया कि मेरी पुत्री दिन के करीब 12 बजे घर से सिलाई कढ़ाई सीखने के लिए निकली थी.
जब संध्या 4 तक घर वापस नहीं आई तब काफी खोजबीन करने के बाद पता चला कि उसे मेरे एक रिश्तेदार चंदन तुरी जो हमेशा मेरे घर आता जाता था. अपने साथ भगाकर कुमरी गांव ले गया है. जब इस संबंध में उसके सगे संबंधी को बताया तो सब लोग बोले कि सुबह सामाजिक समझौता करा दिया जायेगा. लेकिन रात्रि में जब मेरी पुत्री ने फोन की तो रोते हुए बताया कि उक्त लोग ने उसे घर में बंद कर दिया है तथा भाई लोग के वहां आने पर काट देने की बात कही जा रही है. मेरी पुत्री काफी डरी हुई थी. सुबह जब हम लोग कुमरी गांव पहुंचे तो देखा कि चंदन तुरी के घर पर काफी भीड़ लगी हुई थी.
उसके घर के अंदर गया तो मेरी पुत्री का शव पलंग पर पड़ा था. मुझे आशंका है कि चंदन कुमार जो अपने फुफेरी बहन से मिलने अक्सर मेरे घर आता था. वह बहला-फुसलाकर मेरी बेटी को भगाकर साजिश के तहत अपने परिवार के सदस्य भाई सूरज कुमार, मां सजनी देवी, सौतेली मां कालो देवी तथा बहनोई पवन तुरी के साथ मिलकर गला दबाकर हत्या कर दिया है. इस संबंध में थानाध्यक्ष विनोद कुमार ने बताया कि मामला प्रेम प्रसंग का है. परिजन के द्वारा विरोध किया जा रहा था. शव को पोस्टमार्टम के लिए बांका भेज दिया गया है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मृत्यु के कारण बताया जा सकता है.
Posted by: Radheshyam Kushwaha