पटना. छठ महापर्व पर व्रतियों की सुविधा के लिए गंगा किनारे के घाटों की तीन चरणों में सफाई होगी. निगम क्षेत्र सहित दानापुर नगर परिषद के घाटों को 23 सेक्टर में बांट कर 93 घाटों की सफाई होगी. दानापुर नगर परिषद में आनेवाले छह घाटों पर पदाधिकारियों की तैनाती दानापुर के अनुमंडल पदाधिकारी करेंगे. जबकि निगम अंचलों में पड़नेवाले 87 घाटों की सफाई के लिए निगम प्रशासन ने पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति कर दी गयी है. घाट से एक किलोमीटर तक के क्षेत्र को नो टोलेरेन्स एरिया घोषित किया जायेगा. सोमवार को नगर आयुक्त हिमांशु शर्मा ने इस संबंध में आदेश जारी किया है.
प्रतिनियुक्त किये गये पदाधिकारी
छठ की तैयारी: नगर आयुक्त ने घाटों की सफाई तीन चरणों में करने का निर्देश दिया है. प्रत्येक घाट व तालाब के लिए 10 सफाई मजदूर व एक सफाई पर्यवेक्षक रहेंगे. आठ नवंबर तक घाट का निर्माण, समतल, संपर्क पथ का निर्माण, पार्किंग व रोशनी की व्यवस्था करनी है. जिला प्रशासन की ओर से घोषित खतरनाक घाट को लेकर लोगों को अवगत कराना है. पाटलिपुत्र अंचल में 16, नूतन राजधानी अंचल में एक, बांकीपुर अंचल में 18, अजीमाबाद अंचल में 13 व पटना सिटी अंचल में 25 घाटें हैं.
घाट से एक किलोमीटर तक नो टोलेरेन्स एरिया होगा घोषित: निगम प्रशासन ने साफ-सफाई के साथ सभी व्यवस्थाओं की देखरेख के लिए पदाधिकारी प्रतिनियुक्त किया है. अनुश्रवण पदाधिकारी में उप नगर आयुक्त राकेश कुमार झा, निदेशक शहरी योजना अविनाश कुमार सिंह व मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डा अनुप कुमार शर्मा हैं. अंचल के कार्यपालक पदाधिकारी नोडल ऑफिसर बनाये गये हैं. इसके अलावा पर्यवेक्षीय पदाधिकारी में नगर प्रबंधक के अलावा मुख्य सफाई निरीक्षक को जिम्मेवारी मिली है.
शहर में बनेगा अस्थायी तालाब
पटना राजधानी में निगम क्षेत्र में पड़नेवाले स्थायी व अस्थायी तालाब के अलावा पोखरों में भी व्रतियों के लिए अर्घ्य देने की व्यवस्था रहेगी. कंकड़बाग अंचल में विभिन्न पार्कों में अस्थायी तालाब की खुदाई होगी. नूतन राजधानी अंचल में 18 जगहों, पाटलिपुत्र अंचल में 10, बांकीपुर अंचल में छह, चार व पटना सिटी में दो तालाबों में निगम की ओर से व्यवस्था होगी.
Posted by: Radheshyam Kushwaha