Ayodhya News: सर्किट हाउस ने द्वितीय पाली में आरम्भ हुई श्री राम जन्म भूमि मंदिर निर्माण समिति की बैठक अब से कुछ देर पहले समाप्त हुई है. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्रा की अध्यक्षता में हुई पहले दिन की इस बैठक में आज कई महत्वपूर्ण निर्णय लिये गये हैं. तीन दिवसीय इस बैठक के पहले दिन मंदिर निर्माण पर तकनीक के इस्तेमाल और इसके भविष्य पर चर्चा हुई.
मिली जानकारी के अनुसार, मंदिर के निर्माण कार्य में राफ्टिंग नामक प्रक्रिया का अनुपालन होना है. उक्त राफ्टिंग निर्माण कार्य के लिये 22 से 23 डिग्री सेल्सियस तापमान की आवश्यकता होती है. इसलिये आजकल यह कार्य बर्फ की सहायता से रात्रि में ही करवाया जा रहा है. इस कार्य की गतिशीलता एवं बिंदुओं पर अतिरिक्त जानकारी देने के क्रम में जल्द ही मंदिर निर्माण के लिए चल रहे राफ्टिंग के काम को रात्रि में देखने के लिये मीडिया को कवरेज के लिये आमंत्रित किया जायेगा. वर्तमान में तापमान अधिक होने के कारण बर्फ का अधिक इस्तेमाल करना पड़ रहा है. बैठक में इस पर भी सामंजस्य बना कि 23 डिग्री तापमान आने तक इंतज़ार करके मीडिया को निर्माण स्थल का अवलोकन करवाया जाय.
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श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि माननीय प्रधानमंत्री जी की इच्छा है मंदिर का स्वरूप कुछ ऐसा हो कि रामलला के जन्मोत्सव के दिन उनके जन्म के समय उनके मुख पर सूर्य की किरणें पड़ें. चैत्र की नवमी को दोपहर 12 बजे मनाये जाने वाले उत्सव में यह कैसे संभव हो, इस बाबत उन्होंने अंतरिक्ष वैज्ञानिकों से भी अनुरोध किया है और मुझे आशा है कि वे सफल होंगे.
संघ प्रमुख मोहन भागवत के अयोध्या आगमन पर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि यह सिर्फ एक संयोग है कि इसी समय संघ प्रमुख संघ के कार्यक्रम में भाग लेने के लिये अयोध्या आ रहे हैं. अयोध्या आने वाला हर व्यक्ति मंदिर जाता है और निर्माण कार्य की जानकारी लेना चाहता है.
रिपोर्ट- उत्पल पाठक