यूपी में जातीय समीकरण साधने के साथ साथ बसपा की नजर बेरोजगार वोटरों पर भी है. बेरोजगारी का मुद्दा उठाने को लेकर बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश मिश्रा पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बातचीत करने कानपुर आ रहे हैं. बताया जा रहा है कि फिलहाल प्रदेश के वित्तविहीन शिक्षकों को साधने की तैयारी कर रहे हैं.
दरअसल, अन्य दलों की तरह बहुजन समाज पार्टी फिलहाल प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटे हुये हैं. इसके तहत पिछले दिनों सतीश चंद्र मिश्रा हाल-फिलहाल प्रबुद्ध सम्मेलन का आयोजन करके ब्राह्मणों को बसपा के खेमे में लाने की पुरजोर कोशिश करते देखे गये थे. बताया जा रहा है कि अब उनकी नजर प्रदेश के वित्तविहीन शिक्षकों के बहाने पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भरने की तैयारी कर रहे हैं. इससे पहले वे कानपुर में ब्राह्मण सम्मेलन में आए थे. रविवार को वे बिठूर विधानसभा क्षेत्र में एक फार्म हाउस पर उत्तर प्रदेश माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षक संघ के सम्मेलन को संबोधित करेंगे.
इस अवसर पर शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश बागी और पूर्व मंत्री नकुल दुबे भी मौजूद रहेंगे. कार्यक्रम का आयोजन बसपा के बिठूर विधानसभा क्षेत्र से प्रत्याशी रमेश सिंह यादव की देखरेख में किया जा रहा है. शिक्षकों का कहना है कि लंबे समय से भाजपा सरकार में उनकी सुनवाई नहीं हो रही है. इसलिए बसपा के माध्यम से वे अपनी आवाज उठाएंगे.
वहीं, वोटों के प्रतिशत में बढ़त हासिल करने के लिये बसपा प्रबुद्ध सम्मेलन के बाद स्नातकोत्तर बेरोजगार सम्मेलन कर रही है. इसमें बसपा के वरिष्ठ नेता और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र मुख्य अतिथि के तौर पर भाग लेंगे. इस कार्यक्रम के माध्यम से बसपा एक बार फिर नए मुद्दे के साथ भाजपा को घेरने और युवाओं को आकर्षित करने की दिशा में आगे बढ़ गयी है.
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इनपुट: आयुष तिवारी