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मां छिन्नमस्तिके मंदिर में उमड़ा जनसैलाब, नवरात्र के अंतिम दो दिन करीब 70 हजार श्रद्धालुओं ने किये दर्शन

रजरप्पा स्थित मां छिन्नमस्तिके मंदिर में महानवमी व विजयादशमी में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा. माता के दर्शन के लिए मंदिर परिसर से करीब दो किलोमीटर तक श्रद्धालुओं की कतार देखी गयी. घंटों कतार में लगकर लिया मां छिन्नमस्तिके का आशीर्वाद. वहीं, सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने रामगढ़ एसपी भी पहुंचे.

Jharkhand News (सुरेंद्र कुमार/शंकर पोद्दार, रजरप्पा, रामगढ़): देश के प्रसिद्ध सिद्धपीठ स्थल रामगढ़ के रजरप्पा मंदिर में नवरात्र के महानवमी व विजयादशमी के शुभ मुहूर्त को लेकर गुरुवार एवं शुक्रवार को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी. मध्यरात्रि से ही श्रद्धालुओं के मंदिर पहुंचने की सिलसिला शुरू हो गया था. जिस कारण सुबह होते ही यहां भक्तों का जनसैलाब उमड़ पड़ा और श्रद्धालुओं की कतार लंबी होते हुए लगभग दो किमी दूर वन विभाग के रेस्ट हाउस तक पहुंच गया.

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मां छिन्नमस्तिके मंदिर में उमड़ा जनसैलाब, नवरात्र के अंतिम दो दिन करीब 70 हजार श्रद्धालुओं ने किये दर्शन 2

अनुमानत: महानवमी और विजयादशमी तिथि के दो दिनों में लगभग 70 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने मां छिन्नमस्तिके देवी की पूजा-अर्चना की. साथ ही साधकों व श्रद्धालुओं ने यहां के विभिन्न हवन कुंडों में मंत्रोच्चारण के साथ हवन, जाप और पाठ किया.

जानकारी के अनुसार, झारखंड के अलावा बिहार, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, ओड़िसा सहित कई राज्यों से हजारों श्रद्धालु मंदिर पहुंचे. जहां भैरवी-दामोदर के संगम स्थल में स्नान कर घंटों कतार में लग कर बारी-बारी से मां भगवती की पूजा की. साथ ही श्रद्धालुओं ने हजारों बकरे की बलि भी चढ़ायी.

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श्रद्धालुओं की अप्रत्याशित भीड़ होने के कारण कई बार यहां कतार टूट गयी. हालांकि, रामगढ़ जिला पुलिस ने कड़ी मशक्कत कर श्रद्धालुओं को कतार में लगाये रखी. भक्तों ने यहां जय मां छिन्नमस्तिके, जय माता दी के जयकारे भी लगाये. जिससे पूरा मंदिर प्रक्षेत्र जयकारों से गुंजयमान रहा.

उधर, इस संदर्भ में रजरप्पा मंदिर के वरिष्ठ पुजारी असीम पंडा ने बताया कि रजरप्पा में तंत्रसार के अनुसार मां भगवती की पूजा की जाती है. शक्ति देवी मां दुर्गे का जहां-जहां रूप है वहां-वहां बलि की प्रथा है. यहां नवमी के दिन युग युगांतर से पंडा समाज का वार्षिक बलि का पूजन होता है. आम भक्तों द्वारा भी बकरे की बलि दी जाती है.

उन्होंने बताया कि जो भक्त 9 दिन से नवरात्रा में रहते हैं, वे नवमी के दिन हवन कर चतुर्दशी तक बलि प्रदान करते हैं. पूर्णिमा के दूसरे दिन कार्तिक माह पड़‍ जाता है. जिस कारण महानवमी व विजयादशमी को यहां भक्तों की भीड़ उमड़ती है.

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जिला पुलिस प्रशासन द्वारा यहां सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम किया गया था. मंदिर से लगभग डेढ़ किमी पूर्व बैरिकेडिंग लगा कर वाहनों को रोक दिया गया था. यहां से श्रद्धालुओं को पैदल ही मंदिर पहुंचना पड़ा. वहीं स्टैंड से लेकर मंदिर परिसर तक श्रद्धालुओं की कतार के लिए बैरिकेडिंग की गयी थी. सुरक्षा व्यवस्था का कमान जिला के पुलिस कप्तान प्रभात कुमार संभाले हुए थे. मौके पर रजरप्पा थाना के इंस्पेक्टर विपिन कुमार, गोला थाना प्रभारी सिद्धांत सहित कई बड़ी संख्या में पुलिस पदाधिकारी व जवान तैनात थे.

Posted By : Samir Ranjan.

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