पटना. तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब में शुक्रवार की रात उस समय हंगामा की स्थिति मच गयी, जब दरबार साहिब में धार्मिक आयोजन की समाप्ति के बाद प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष अवतार सिंह हित ने दरबार साहिब के मंच पर चढ़कर संगतों को विजयादशमी की शुभकामना देते हुए अधीक्षक दलजीत सिंह के सेवानिवृत्ति की घोषणा कर सिरोपा प्रदान करने की बात कही. उधर मंच के नीचे बैठे प्रबंधक कमेटी सदस्य राजा सिंह ने विरोध करते हुए कहा कि तख्त साहिब के संविधान में सेवानिवृत्त करने का नियम नहीं है.
संविधान तहत प्रबंधक कमेटी की बैठक में सर्वसम्मति से आदेश पारित होने के बाद ही किसी सेवादार को सेवानिवृत्त किया जा सकता है, लेकिन अध्यक्ष ने सदस्य की बात को अनसुना करते हुए मुख्य ग्रंथी भाई रजिंदर सिंह को भी सेवानिवृत्त करने की घोषणा कर दी. इस घोषणा के बाद सदस्य ने अध्यक्ष के हाथ से माइक छीनते हुए कहा कि प्रबंधक कमेटी की बैठक में फैसला लिया जायेगा, इस तरह एलान नहीं किया जा सकता है.
इसी दौरान माइक छीनने में धक्का-मुक्की हुई, जिसमें अध्यक्ष मंच गिर गये. इसके बाद हंगामे की स्थिति बन गयी. सूचना पाकर मौके पर चौक थाना की पुलिस भी पहुंची और दोनों पक्षों को समझा बुझा कर मामले को शांत कराया. इसी बीच तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रंजीत सिंह गौहर-ए-मस्कीन मंच पर आकर सदस्य द्वारा मर्यादा भंग करने की घोषणा कर दी. इस पर सदस्य ने आपत्ति जतायी.
इसके बाद सभी लोग दरबार साहिब से बाहर निकल गये. इसके बाद दोनों पक्ष के लोग अध्यक्ष के कमरे में पहुंचे, जहां पर सहायक अधीक्षक हरजीत सिंह ने कुछ टिप्पणी की, जिससे दूसरा पक्ष भड़क गया. फिर हाथापाई की स्थिति बन गयी, लेकिन पुलिस ने दोनों पक्षों को शांत कराया. चौक थानाध्यक्ष ने कहा कि दोनों पक्षों की ओर से शिकायत दर्ज नहीं करायी गयी.
तख्त साहिब में विधि व्यवस्था व शांति कायम रहे, इसके लिए शनिवार को दोनों पक्षों की बैठक चौक थाना परिसर में पुलिस पदाधिकारी व एसडीओ मुकेश रंजन की उपस्थिति में हुई. इसमें दोनों पक्षों को शांति पूर्ण तरीके से तख्त साहिब के संविधान के अनुसार कार्य करने को कहा गया. बैठक में प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष अवतार सिंह हित, महासचिव इंद्रजीत सिंह, वरिष्ठ जगजोत सिंह सोही,
सचिव हरवंश सिंह खनूजा व दूसरे पक्ष से पूर्व महासचिव महेंद्रपाल सिंह ढिल्लन, पूर्व सचिव महेंद्र सिंह छाबड़ा व सदस्य राजा सिंह के साथ कुछ संगत बैठक में शामिल हुई. दोनों पक्षों को मिलजुल कर कार्य करने को कहा. सदस्य राजा सिंह व पूर्व सचिव महेंद्र सिंह छाबड़ा ने बताया कि कुछ मतभिन्नता थी वह दूर हो गयी है. सभी यथावत कार्य करेंगे. अध्यक्ष ने बताया कि सेवानिवृत्ति के मामले में बाद में फैसला लिया जायेगा.
Posted by: Radheshyam Kushwaha