पटना. सिविल सेवा की परीक्षा को लेकर छात्रों की जिज्ञासाओं को शांत करने के लिए पटना में टॉपरों की जमघट होनेवाली है. ये टॉपर छात्रों को बतायेंगे कि तैयारी कैसे करें. सिविल सेवा परीक्षा के टॉपर शुभम कुमार व अन्य टॉपर्स सेमिनार के माध्यम से सफलता की रणनीति अभ्यर्थियों के साथ साझा करेंगे.
पटना में 17 अक्टूबर को दिन के 10 बजे दरोगा प्रसाद राय सभागार में एक ओपन सेमिनार रखा गया है, जिसमें कोई भी अभ्यर्थी जो सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करना चाहते हैं, वे भाग ले सकते है. इस सेमिनार को शुभम कुमार के अलावा रैंक 7 प्रवीण कुमार, रैंक 55 उत्कर्ष कुमार, रैंक 226 आशीष, रैंक 431 अमित रंजन एवं रैंक 527 जया स्नेह संबोधित करेंगे. ये लोग छात्रों के साथ सिविल सर्विसेस परीक्षा से जुड़ी तमाम बारीकियों, कठिनाइयों और चुनौतियों के बारे में चर्चा करेंगे.
परीक्षा की तैयारी कब शुरू करे, तैयारी का माध्यम क्या हो, वैकल्पिक विषयों का चयन कैसे किया जाय, पढ़ाई की रणनीति क्या हो, लंबे समय तक मनोबल कैसे बनाये रखे, साक्षात्कार कैसे फेस करें जैसे तमाम तरह के सवालों और आशंकाओं का समाधान इस सेमिनार में किया जाएगा.
एनएसीएस की ओर से आयोजित इस सेमिनार का मुख्य उद्देश्य यह है कि छात्र सीधे उन टॉपर्स से बात करे जो स्वयं इस साल सफलता का स्वाद चख चुके है, ताकि वे भी अपनी तैयारी को एक नई धार व दिशा दे सके.
उल्लेखनीय है एनएसीएस सीनियर आइएएस अधिकारी बीके प्रसाद के मार्गदर्शन में स्थापित एवं संचालित बिहार और झारखंड के सिविल सेवकों का एक ऐसा संगठन है, जो 2014 से लगातार बिहार-झारखंड के छात्रों को सिविल सेवा हेतु मार्गदर्शन प्रदान करता रहा है. इस बार सिविल सेवा परीक्षा 2020 में मेंस क्लियर कर चुके छात्रों के लिए इंटरव्यू गाइडेंस प्रोग्राम यानी आइजीपी चलाया गया, जिसमें 58 छात्रों ने भाग लिया था. इनमें से रैंक 1 शुभम कुमार सहित कुल 25 छात्र अंतिम रूप से चनयनित हुए थे.
इस सफलता को देखकर संगठन अब और बड़े स्तर पर सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्रों को मार्गदर्शन प्रदान करना चाहता है, ताकि बिहार-झारखंड से छात्र के चयन को बढ़ाया जा सके. इसी कड़ी में पटना में इस सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है. अधिक जानकारी के लिए अभ्यर्थी NACS के ट्विटर हैंडल @NacsBihar_JH एवं फेसबुक पेज National Association of Civil Servants-Bihar & Jharkhand से जुड़ सकते हैं.
Posted by Ashish Jha