भागलपुर: नवगछिया अनुमंडल कारा के विचाराधीन कैदी उजानी निवासी मो फैयाज की शुक्रवार को इलाज के दौरान भागलपुर के मायागंज अस्पताल में मौत हो गयी. अस्पताल प्रशासन ने इसकी सूचना जेल प्रशासन को दी. जिसके बाद देर रात शव नवगछिया लाने के लिए प्रक्रिया शुरू की गयी. उजानी में हुए दोहरे हत्याकांड में फैयाज आरोपित था.
जेल प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार फैयाज टीबी से ग्रसित था. उसका लंबे समय से इलाज चल रहा था. 24 सितंबर को अनुमंडल कारा में कैदी की हालत गंभीर हो गयी थी, जिसके बाद उसे भागलपुर के मायागंज अस्पताल में भर्ती कराया गया था. गुरुवार को उसे अस्पताल से छुट्टी मिल गयी थी, जिसके बाद देर शाम उसे अनुमंडल कारा लाया गया. लेकिन उसकी स्थिति फिर बिगड़ गयी, जिसके बाद उसे फिर से इलाज के लिए अनुमंडल अस्पताल ले जाया गया. जहां से उसे बेहतर इलाज के लिए भागलपुर रेफर कर दिया गया. यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी.
बता दें कि मृतक 22 फरवरी 2017 को दुखन और अंजुम खातून की हत्या में आरोपित था. वर्ष 2017 में उजानी में नेत्रहीन मो दुखन और अंजुम खातून की हत्या कर दी गयी थी, जिसमें फैयाज मुख्य आरोपित था. घटना के तुरंत बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया था. दुखन फैयाज का चाचा था. दोनों के बीच बंटवारे को लेकर विवाद बताया जा रहा है. डबल मर्डर के दो माह पहले दुखन और अंजुम खातून का छह साल का बेटा भी रहस्यमय तरीके से लापता हो गया था.
दुखन और अंजुम का मानना था कि फैयाज ने ही उसके बेटा को गायब कर दिया है. इसी बात को लेकर 22 फरवरी को दोनों पक्षों के बीच विवाद हुआ तो क्रिकेट के बल्ले से प्रहार कर और गला रेत कर फैयाज ने नेत्रहीन दुखन और उसकी पत्नी की हत्या कर दी थी. बताया जाता है कि नवगछिया व्यवहार न्यायालय में शुक्रवार को ही इस मामले में जजमेंट आने वाला था. दोहरे हत्याकांड में फैयाज के अलावा उसके माता-पिता को भी नामजद किया गया था.
(नवगछिया से अंजनी कुमार कश्यप की रिपोर्ट)