Jharkhand News (आरिफ, हजारीबाग) : हजारीबाग शहर का मुख्य मार्ग पगमिल की सड़कें इन दिनों पानी से लबालब है. सड़कों पर बेतहाशा पानी जमा होने से क्षेत्र की बड़ी आबादी को अपने घर से निकलने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. खासकर स्कूली विद्यार्थी एवं नौकरीपेशा समेत अन्य रोजगार में लगे लोगों को आवागमन में काफी परेशानी उठानी पड़ रही है. यह इलाका इंद्रपुरी, कटकमसांडी प्रखंड चतरा जिला का मुख्य मार्ग है. इस पर प्रतिदिन छोटी-बड़ी सैकड़ों गाड़ियां दौड़ती हैं. यह नगर निगम क्षेत्र की वार्ड संख्या दो एवं 25 में शामिल है.
दो वर्ष पहले लाखों खर्च कर सड़क के दोनों किनारे ढक्कनदार नाली का निर्माण हुआ है. पटना हाउस से संत अगस्टिन स्कूल मोड़ एवं डेली मार्ट तक लगभग आधा किमी घुटने से ऊपर पानी जमा है. जमा पानी बदबू देने लगा है. हाशमिंया कॉलोनी रोड़, पटना हाउस तालाब, ओकनी तालाब समेत अन्य इलाका पानी की निकासी एवं जमा क्षेत्र अतिक्रमण का शिकार है.
मोहल्ले वासियों के अनुसार, कई जगहों पर कुछ लोगों ने निजी खर्च कर अपने मोहल्ले जाने वाली सड़क किनारे की छोर को पक्का कर ऊंचा कर दिया है. वहीं, नाली के निर्माण समय के दौरान ध्यान नहीं रखने से कई छोटी- छोटी पुल, पुलिया एवं कल्वर्ट बंद हो गये, जो आज समस्या बनकर खड़ा है. कुछ लोग तो अपने घर की शौचालय का बदबूदार पानी भी सड़क पर बहा दिया है.
Also Read: Jharkhand News: 2018 से बंद है हजारीबाग में साक्षर भारत मिशन कार्यक्रम, 400 से अधिक मॉटिवेटर हुए बेरोजगार
इस संबंध में पगमिल क्षेत्र के डेटी मार्ट दुकानदार तारिक अनवर कहते हैं कि सड़को पर जमा पानी बदबू दे रहा है. सड़क पर पैदल चलना कठिन हो गया है. काई जमा होने से आये दिन कई लोग दुर्घटना के शिकार भी हो रहे हैं. एक स्कूली विद्यार्थी साइकिल से गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया. दुकान तक पानी जमा होने से लोगों का ठहराव रुक गया है. इससे व्यवसाय भी प्रभावित हुआ है.
वहीं, पगमिल के पूर्व वार्ड सदस्य मो सफीउल्लाह ने कहा कि पटना हाउस की लगभग पांच एकड़ जमीन अतिक्रमण का शिकार है. वहीं, कुछ लोगों ने 30 डिसमिल की सार्वजनिक रास्ता को भी बंद कर दिया है. जिस रास्ते होते बरसात का पानी पटना हाउस तालाब में जमा होता था. तालाब को अतिक्रमण कर भर दिया गया है.
Posted By : Samir Ranjan.