बिहार, गया में कोरोना की पहली व दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन को लेकर अस्पतालों में किल्लत को दूर करने के लिए सरकार की ओर से लगातार प्लांट लगाये जा रहे हैं. इसमें मगध मेडिकल अस्पताल में पहले ही 2500 एलपीएम व 300 एलपीएम के ऑक्सीजन जेनरेट प्लांट लगाये जा चुके हैं. इसके अलावा यहां 20,000 केएलडी का लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट लगाने का काम चल रहा है. यहां पर इस प्लांट को लगाने के लिए टंकी अस्पताल परिसर पहुंच गयी है.
जानकारी के अनुसार, प्रदेश के नौ चिकित्सा महाविद्यालयों के अलावा इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट लगाया जाना है. प्लांट लगाने में करीब 90.5 करोड़ रुपये खर्च किये जाने हैं. अस्पताल अधीक्षक डॉ पीके अग्रवाल ने बताया कि लिक्विड प्लांट चालू होने के बाद एमसीएच, इमरजेंसी के अलावा पूरे वार्ड के सभी बेडों पर ऑक्सीजन की सप्लाइ की जरूरत पूरी हो जायेगी.
अस्पताल के एमसीएच बिल्डिंग में 121 बेड पर पाइप लाइन से ऑक्सीजन सप्लाइ के लिए 300 एलपीएम के जेनरेट प्लांट से सप्लाइ दी जा रही है. उन्होंने बताया कि प्लांट से निर्बाध ऑक्सीजन की सप्लाइ एमसीएच यूनिट में की जा रही है. तत्काल में इस यूनिट को कोरोना की संभावित तीसरी लहर के लिए रिजर्व रखा गया है.
इसके साथ ही 2500 एलपीएम के प्लांट से अन्य वार्डों में ऑक्सीजन की सप्लाइ की जा रही है. उन्होंने कहा कि लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट को चलाने में बहुत कम खर्च आयेगा. ऐसे भी लिक्विड प्लांट चालू होने के बाद भी अन्य प्लांट को सुचारु रखा जायेगा, ताकि किसी तरह की विषम परिस्थिति आने पर उससे काम लिया जा सके.
Posted by: Radheshyam Kushwaha