सिंदरी : झारखंड लोक सेवा आयोग ने सिंदरी के बिरसा प्रौद्योगिकी संस्थान (बीआइटी) में सहायक प्राध्यापकों की स्थायी नियुक्ति के लिए साक्षात्कार की तिथि घोषित कर दी है. इसमें बीआइटी में लंबे समय से संविदा पर कार्यरत 63 प्राध्यापकों को साक्षात्कार देने से वंचित कर दिया गया है. ऐसे में इन कार्यरत प्राध्यापकों को नौकरी से हाथ धोना पड़ सकता है.
आयोग ने बीआइटी में सहायक प्राध्यापकों के लिए साक्षात्कार की तिथि अधिसूचना संख्या-13/2017 के तहत जारी की है. आयोग की अधिसूचना में तकनीकी खामियों के कारण बीआइटी में निविदा पर कार्यरत प्राध्यापकों ने आवेदन नहीं दिया था और तकनीकी खामियों को दूर करने के लिए उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी. संविदा आधारित प्राध्यापकों ने बताया कि उच्च न्यायालय में याचिका पर सुनवाई शुरू हो गयी है.
प्राध्यापकों के अनुसार, 11 नवंबर को दूसरी सुनवाई होनी है. बीआइटी को एनबीए की मान्यता दिलाने में संविदा पर कार्यरत प्राध्यापकों का महत्वपूर्ण योगदान है. उन्हें उम्मीद थी कि सरकार और आयोग उनके योगदान को देखते हुए साक्षात्कार के लिए अनुमति देंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ. संविदा पर कार्यरत ऐसे 63 प्राध्यापकों की नौकरी समाप्त होनी तय है. इस संबंध में बीआइटी सिंदरी के निदेशक डीके सिंह से बात की गयी तो उनका कहना थ कि वह इस बाबत कुुछ नहीं बता सकते हैं.
Posted By : Sameer Oraon