कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) के लिए भवानीपुर विधानसभा सीट (Bhawanipur Assembly Seat) से इस्तीफा देने वाले विधायक शोभन देव चट्टोपाध्याय (Shobhandeb Chattopadhyay) अब खड़दह (Khardaha) विधानसभा सीट से उपचुनाव लड़ेंगे. तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने 30 अक्टूबर को होने वाली प्रदेश की चार विधानसभा सीटों के उपचुनाव के लिए उम्मीदवारों की रविवार को घोषणा की.
West Bengal: Trinamool Congress announces a list of candidates for by-polls in four Assembly constituencies to be held on October 30 in the state. pic.twitter.com/tDQuEoUprV
— ANI (@ANI) October 3, 2021
पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी टीएमसी ने उन सभी 4 सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है, जहां 30 अक्टूबर को वोटिंग होनी है. पार्टी ने दीनहाटा से उदयन गुहा को मैदान में उतारा है, तो ब्रजकिशोर गोस्वामी को शांतिपुर से, शोभनदेव चट्टोपाध्याय को खड़दह से और सुब्रत मंडल को गोसाबा से टिकट दिया गया है.
बंगाल विधानसभा चुनाव मार्च-अप्रैल में हुए थे. चुनाव के दौरान कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैला था, जिसकी वजह से कई उम्मीदवारों की मौत हो गयी थी. उत्तर 24 परगना की खड़दह विधानसभा सीट से टीएमसी उम्मीदवार काजल सिन्हा की चुनाव परिणाम की घोषणा से पहले ही कोरोना संक्रमण से मौत हो गयी.
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दक्षिण 24 परगना जिला की गोसाबा विधानसभा सीट के अलावा उत्तर बंगाल की दीनहाटा से टीएमसी के विधायक की भी मौत हो गयी थी. फलस्वरूप चुनाव आयोग को यहां उपचुनाव कराना पड़ रहा है. इससे पहले, भवानीपुर, शमशेरगंज और जंगीपुर में 30 सितंबर को उपचुनाव कराये गये थे.
शमशेरगंज और जंगीपुर के उम्मीदवारों की मौत की वजह से मार्च-अप्रैल में चुनाव स्थगित कर दिये गये थे. वहीं, चूंकि ममता बनर्जी पूर्वी मेदिनीपुर की नंदीग्राम विधानसभा सीट से चुनाव हार गयीं थीं, उन्होंने दक्षिण कोलकाता की भवानीपुर विधानसभा सीट से उपचुनाव लड़ने का निश्चय किया. ममता बनर्जी की इच्छा के अनुरूप यहां के टीएमसी विधायक शोभनदेव चट्टोपाध्याय ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था.
उल्लेखनीय है कि मई में चुनाव परिणाम घोषित किये गये थे, जिसमें ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस लगातार तीसरी बार प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता पर काबिज हुई थी. ममता बनर्जी के शपथ ग्रहण के बाद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मुकुल राय समेत कई नेता सत्तारूढ़ टीएमसी का दामन थाम चुके हैं. इससे सत्ताधारी पार्टी काफी मजबूत हो गयी है.
Posted By: Mithilesh Jha