अयोध्या के संत परमंहस दास ने जल समाधि के ऐलान के बाद अब अनशन की घोषणा की है. यूपी पुलिस की सक्रियता के बाद जल समाधि टालने के बाद आचार्य ने कहा कि अब हिंदू राष्ट्र के लिए अनशन करेंगे. उन्होंने इसके लिए सरकार को एक डेडलाइन भी दिया है.
जानकारी के मुताबिक शनिवार को 6 बजे रेजिडेंट मजिस्ट्रेट अयोध्या आयुष चौधरी के ज्ञापन सौंपने के बाद आचार्य परमहंस दास ने कहा कि सरकार अगर हिंदू राष्ट्र घोषित नहीं करेगी, तो करोड़ों लोगों के साथ दिल्ली के रामलीला मैदान में अनशन करुंगा. उन्होंने इसके लिए सरकार को नवंबर 2023 का डेडलाइन भी दिया है.
जल समाधि का किया था ऐलान– संत परमहंस दास ने सितंबर के अंतिम हफ्ते में ऐलान किया था कि दो अक्टूबर तक अगर केंद्र सरकार ने भारत को हिंदू राष्ट्र का ऐलान नहीं किया, तो सरयू में जल समाधि ले लूंगा. इसके बाद शनिवार को प्रशासन ने संत परमहंस दास के आश्रम के बाहर भारी पुलिस बलों की तैनाती कर दी.
पुलिस ने किया था हाउस अरेस्ट– पुलिस ने दो अक्टूबर को पूरे दिन संत परमहंस दास को हाउस अरेस्ट कर रखा था. इस दौरान बड़े पदाधिकारी भी वहां मौजूद रहें. वहीं परमहंस दास के जल समाधि के लिए चिता भी सजा दी गई थी. लेकिन पुलिस की मौजूदगी ने इसे रोक दिया.
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इधर, सोशल मीडिया पर संत परमहंस दास के बयान पर सोशल मीडिया पर विरोध किया जा रहा है. सोशल मीडिया यूजर्स हंसराज मीणा ने ट्वीट कर लिखा कि उत्तरप्रदेश सरकार को अयोध्या के संत परमहंस दास महाराज पर एनएसए लगाकर तत्काल उन्हें जेल में डालना चाहिए. भारत एक धर्मनिरपेक्ष राष्ट्र है और इसको बदलने या तोड़ने की बात कहने का मतलब संविधान और राष्ट्र के लोकतांत्रिक व्यवस्था व मूल्यों पर हमला करना है.