राजद नेता, विधायक और छात्र जनशक्ति परिषद के संस्थापक अध्यक्ष तेजप्रताप यादव ने एक बार राजद के वर्तमान संगठन के पदाधिकारियों को कटघरे में खड़ा किया है. बिना किसी राजद नेता का नाम लिये उन्होंने कहा कि पिता लालू प्रसाद को दिल्ली में ‘बंधक’ बनाकर रखा गया है. उन्हें बिहार नहीं आने दिया जा रहा है.
तेजप्रताप ने यह आरोप शनिवार को छात्र जनशक्ति परिषद के प्रशिक्षण शिविर में लगाया. अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि इससे राजद का संगठन मजबूत नहीं होगा, बल्कि टूटेगा. तेज प्रताप ने कहा कि जिस तरह जेपी मूवमेंट शुरू किया गया था, उसी तरह राज्य भर में उनका संगठन 26 अक्तूबर से लालू प्रसाद मूवमेंट करेगा.
नहीं आने दिया जा रहा है पटना
तेज प्रताप ने साफ किया कि पिता लालू प्रसाद को जेल से आये लंबा समय हो गया है, लेकिन उनको पटना नहीं आने दिया जा रहा है. उन्हें दिल्ली में ही रोककर रखा गया है. चार-पांच लोग पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने का सपना देख रहे हैं. यह सब कोई जानता है. उनका नाम लेने से कोई फायदा नहीं.
वे लालू प्रसाद को जनता से दूर करने में लगे हुए हैं. ऐसे लोगों को उन्होंने चालबाज का विशेषण दिया. उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद मेरे पिता ही नहीं, गुरु भी है़ं उनके कहने पर ही मैंने अपने संगठन से लालटेन चिन्ह को हटा लिया़ उन्होंने ही कहा था कि अपने संगठन का चिन्ह बांसुरी रखो. मैंने मान लिया़ हमने पिताजी से बात की थी कि हमारे साथ पटना चलिए. हम साथ-साथ रहेंगे.
Posted by: Radheshyam Kushwaha