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गूगल में विज्ञापन देकर लोगों से ठगी का देवघर पुलिस ने किया खुलासा, जानें साइबर क्रिमिनल्स की मोड्स ऑपरेंडी

कभी बैंक अधिकारी बनकर, तो कभी KYC Update के नाम पर ठगी करने के तरीकों के बाद अब साइबर क्रिमिनल्स सर्च इंजन गूगल में विज्ञापन देकर लोगों से ठगी करने का तरीका अपनाया है. इस मामले में देवघर साइबर थाना की पुलिस ने 8 साइबर क्रिमिनल्स को गिरफ्तार किया है.

Jharkhand Cyber Crime News (अजय यादव, देवघर) : देवघर साइबर थाना की पुलिस ने गूगल सर्च इंजन में पेड विज्ञापन देकर खुद के नंबर को टॉप पर स्थापित कर लोगों से ठगी करने का मामला सामने आया है. इस मामले में साइबर थाना की पुलिस ने 8 साइबर क्रिमिनल्स को गिरफ्तार किया है.

इस संबंध में साइबर डीएसपी सुमित प्रसाद ने बताया कि एसपी धनंजय कुमार सिंह को गुप्त सूचना मिली थी कि विभिन्न थाना क्षेत्रों में इलेक्ट्रॉनिक एेप पर रिवॉर्ड देने व कैश बैक का ऑफर देकर लोगों को ठगा जा रहा है. सूचना पर एसपी श्री सिंह ने साइबर डीएसपी के नेतृत्व में छापेमारी टीम गठित किया और मारगोमुंडा थाना क्षेत्र के बड़ा चरपा, मुरली पहाड़ी, चुनजो, केंदुआटांड़ गांव तथा सारवां थाना क्षेत्र के चरघरा गांव में छापेमारी कर कुल 8 साइबर क्रिमिनल्स को गिरफ्तार किया गया है. इसमें से कुछ लोग साइबर ठगी का कार्य के साथ- साथ मनी लॉन्ड्रिंग ब्लैकमनी को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाने आदि का काम करते हैं.

उन्होंने बताया कि ये साइबर क्रिमिनल्स लोगों को गूगल पर पेड एडवरटाइजिंग देकर पहले खुद के नंबर को टॉप पर स्थापित कर ग्राहकों को फंसाते हैं. उसके बाद KYC अपडेट व विभिन्न तरीकों को अपना कर ठगी करने का काम करते हैं. इतना ही नहीं इलेक्ट्रॉनिक ऐप के साइट पर छेड़छाड़ कर तथा फोन पे के कस्टमर को कैश बैक तथा अन्य ई- वॉलेट पर कैश बैक व रिवॉर्ड के नाम पर मोटी रकम की कमाई का प्रलोभन देकर उनसे ठगी करते थे.

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साथ ही ये साइबर क्रिमिनल्स फर्जी बैंक अधिकारी बन कर ATM बंद व चालू करने के नाम पर ठगी करते हैं. ये साइबर क्रिमिनल्स लोगों के आधार कार्ड, एटीएम कार्ड आदि के बंद होने की बात कहकर झांसे में ले लेते हैं और उससे CVV नंबर, एटीएम नंबर आदि ले लेते हैं और उसे बड़ी आसानी से ठगी का शिकार बना लेते हैं. साथ ही गूगल पर पेड एडवरटाइजिंग देकर भी ग्राहकों को फंसाने का कार्य किया करते थे.

छापेमारी के दौरान चौंकाने वाला मामला आया सामने

छानबीन के दौरान पता चला कि मारगोमुंडा थाना क्षेत्र के चुनजो गांव में विपिन के घर छापेमारी करने पहुंचे साइबर पुलिस ने देखा कि साइबर ठगी के अवैध कमाई से आलिशान घर बनाया है. उसका घर देखकर छापेमारी को पहुंचे पुलिस कर्मी भी दंग रहे गये. उसने घर के अंदर इंटीरियर वर्क के साथ रेडियम पेंट किया गया है, जिसके कारण अंधेरे में भी विपिन का घर दमकता है. दो मंजिला मकान के साथ उसका घर काफी बड़ा है. घर के अंदर आधुनिक सुविधा के सारे संसाधन उपलब्ध हैं. घर के अंदर व बाहर एलइडी लाइट की सुंदरता देखते ही बनती है. जबकि कमाई का सीधा कोई जरिया नहीं है. बावजूद इतनी शानो-शौकत देखते ही बनती है.

फारूख करता था मनी लॉंड्रिंग का काम

डीएसपी श्री प्रसाद ने यह भी बताया कि फारुख अंसारी मनी लांड्रिंग का काम करते थे. वहीं, विपिन कुमार सिंह के बारे में यह भी बताया कि ये साइबर क्राइम करके अच्छी स्टेटस बना ली है. वहीं, साइबर क्रिमिनल्स के आपराधिक इतिहास मामले में पुलिस ने बताया कि प्रथम दृश्या किसी भी आरोपियों का आपराधिक इतिहास की जानकारी नहीं मिली है. बावजूद जांच जारी है.

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इन साइबर क्रिमिनल्स की हुई गिरफ्तारी

गिरफ्तार साइबर आरोपियों में से रोहित कुमार वर्मा, अजय कुमार यादव, फारुख अंसारी, रकीब अंसारी, बबलु कुमार सिंह, विपिन कुमार सिंह, पवन उर्फ दीपक मंडल, सरोज दास शामिल हैं.

छापेमारी दल में शामिल पुलिस पदाधिकारी व कर्मी

छापेमारी टीम में साइबर डीएसपी के अलावा साइबर थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर पुधीर पोद्दार, इंस्पेक्टर संगीता कुमारी, एसआई रूपेश कुमार, अमित कुमार, पंकज कुमार निषाद, मोहम्मद अफरोज, आतिश कुमार आदि शामिल थे.

Posted By : Samir Ranjan.

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