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Jharkhand News : TVNL के बहुरेंगें दिन, प्रदूषण नियंत्रण को लेकर कई संयंत्र स्थापित करने की मिली मंजूरी

तेनुघाट विद्युत निगम लिमिटेड में प्रदूषण नियंत्रण को लेकर कई संयंत्र लगाये जायेंगे. प्लांट के विस्तारीकरण को लेकर NOC मिल गयी है. इससे ETP, STP, FGD व AWRS संयंत्र स्थापित होंगे. कोल आधारित ताप विद्युत संयंत्रों के संचालन को लेकर कई निर्देश भी मिले हैं.

Jharkhand News (रामदुलार पंडा, महुआटांड़, बोकारो) : तेनुघाट विद्युत निगम लिमिटेड (Tenughat Vidyut Nigam Limited- TVNL) के दिन बहुरने वाले हैं. प्रदूषण नियंत्रण पार्षद, नई दिल्ली (Pollution Control Councillor, New Delhi) द्वारा कोल आधारित ताप विद्युत संयंत्रों के संचालन को प्रदूषण नियंत्रण बाबत विभिन्न मानकों पर खरा उतरने को लेकर कई व्यवस्थाएं स्थापित करने का निर्देश मिला है.

तेनुघाट थर्मल पावर स्टेशन, ललपनिया में भी इन व्यवस्थाओं को स्थापित करना है. लेकिन, पिछले कई वर्षों से इस ओर बहुत अधिक ध्यान प्रबंधन द्वारा नहीं दिया गया. जिस कारण से TTPS की दो में से एक यूनिट को वर्ष 2022 में बंद करने की सूची में भी डाल दिया गया था. हालांकि, बाद में कोल आधारित विद्युत संयंत्रों को राहत देते हुए वर्ष 2024 के अंत तक व्यवस्था स्थापित करने का निर्देश दिया गया है. लेकिन, अब इस गंभीर मुद्दे पर TVNL प्रबंधन पूरी शिद्दत से ध्यान दे रही है.

निगम के एमडी (प्रभार) अनिल कुमार शर्मा व्यवस्थाएं स्थापित करने को प्रभार संभालते ही लगातार पहल कर रहे हैं और जिसका सकारात्मक परिणाम मिल रहा है. सूत्रों के अनुसार, ETP, STP व FGD संयंत्र स्थापित करने का प्रस्ताव पास हो गया है यानी सहमति मिल गयी है.

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सूत्रों की मानें, तो चूंकि उक्त तीनों का क्यूआर तैयार है इसलिए अब शीघ्र ही टेंडर प्रक्रिया में आने की उम्मीद है. प्रबंधन द्वारा एश वाटर री-सर्कुलेशन सिस्टम (AWRS) की टेंडर भी कुछ दिनों पहले निकाला जा चुका है. वहीं, सिलो सिस्टम जिसका निर्माण कार्य काफी धीमा हो रहा था और कई महीनों से बंद है, इसमें भी तेजी लाने की ओर प्रबंधन ने सख्त पहल की है. ऐसे में TTPS जो सबसे कम दर पर राज्य सरकार को बिजली आपूर्ति कर रही है, उक्त प्रदूषण नियंत्रण संयंत्रों के स्थापित होने से निगम व राज्य को बड़ी राहत मिलेगी.

प्लांट के विस्तारीकरण को मिलेगी NOC

प्रदूषण नियंत्रण संयंत्रों के स्थापित हो जाने से सेकेंड फेज विस्तारीकरण को आ रही संबंधित अड़चन भी दूर होगी और विस्तारीकरण को प्रदूषण नियंत्रण व्यवस्था स्थापित होने का लाभ यह होगा कि जरूरी NOC निगम को मिल जायेगा. विस्तारीकरण बाद निगम राज्य की बिजली खपत का आधे से अधिक का उत्पादन कर आपूर्ति करेगी. साथ ही, वर्तमान में संचालित यूनिटों पर बंद करने का कोई दबाव या फाइन भरने की बाध्यता नहीं रहेगी. जो कि राज्यहित में बहुत बड़ी उपलब्धि होगी. ऐसे में राज्य सरकार को भी चाहिये होगा कि उक्त व्यवस्थाओं को स्थापित करने की ओर पूरी गंभीरता के साथ फंड की व्यवस्था करे.

क्या है ETP, STP, FGD व AWRS

1. Effluent Treatment Plant – ETP : इसके माध्यम से अंदर से निकलने वाली दूषित जल या रसायन को साफ करेगी.

2. Sewerage Treatment Plant – STP : इसके जरिये आवासीय परिसर व प्लांट के अंदर बाथरूम नाले आदि से निकलने वाले गंदे पानी या कचरायुक्त पानी को साफ करेगी.

3. Ash Water Re-circulation System – AWRS : इसके माध्यम से छाई डैम में छाई के साथ आने वाले पानी को दोबारा-तिबारा इस्तेमाल कर बाहर रिसाव से रोका जा सकेगा.

4. Flue Gas Desulfurization – FGD : इसके माध्यम से धुआं चिमनी से बाहर निकलती है. उसमें सल्फर डाइऑक्साइड की मात्रा को बहुत कम कर वायु प्रदूषण होने से रोका जायेगा.

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नये आयाम को छुयेगा TVNL : MD

इस संबंध में TVNL MD (प्रभार) अनिल कुमार शर्मा ने कहा कि प्रदूषण नियंत्रण बाबत मानकों पर खरा उतरने को निगम आवश्यक प्रक्रियाओं पर पहल कर रही है. व्यवस्थाएं स्थापित करने की आवश्यक मंजूरी मिल गयी है. शीघ्र ही योजनाओं को टेंडर प्रोसेस में लाया जायेगा. उम्मीद है सब कुछ अच्छा होगा और TVNL नये आयाम को छुयेगा.

Posted By : Samir Ranjan.

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