जेएनयू के पूर्व छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार के कांग्रेस में शामिल होने पर सीपीआई भड़क गई है. सीपीआई ने कहा है कि व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए कन्हैया कुमार ने विचारधारा से समझौता कर लिया है. सीपीआई के राष्ट्रीय सचिव ने कहा है कि कन्हैया के जाने से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है.
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक कन्हैया कुमार के कांग्रेस का दामन थामने के बाद राष्ट्रीय सचिव डी राजा ने कहा कि उन्होंने कांग्रेस में शामिल होकर खुद को पार्टी से निकाल लिया है. डी राजा ने ने कहा कि सीपीआई जातिविहीन और वर्गविहीन समाज बनाने की लड़ाई लड़ती रहेगी. उन्होंने कहा कि किसी व्यक्ति के जाने से संगठन पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है.
He (Kanhaiya Kumar) has expelled himself from my party. CPI has been fighting for a caste-less, class-less society. He must be having some personal ambitions & aspirations. It shows that he has no faith in communist and working-class ideology: D Raja, General Secretary, CPI (1/2) pic.twitter.com/Ngfx9Ue6Mu
— ANI (@ANI) September 28, 2021
इधर, बिहार भाकपा के सचिव रामनरेश पांडे ने कहा है कि कन्हैया कुमार के कांग्रेस में शामिल होने से बिहार या राष्ट्रीय स्तर पर पार्टी को किसी तरह से कोई नुकसान नहीं होगा. पार्टी एकजुट है और एकजुट होकर आगे भी काम करेगी.उन्होंने कहा कि कन्हैया ने अपना रास्ता खुद बदला है यह उनका निर्णय है. वहीं, पांडे ने यह भी कहा है कांग्रेस में शामिल होने का यह निर्णय कोई अचानक नहीं लिया गया होगा. यह काफी समय से चल रहा होगा
बता दें कि कांग्रेस में शामिल होने के बाद कन्हैया ने कहा, लोकतांत्रिक पार्टी होने के नाते कांग्रेस से जुड़े है. उन्होंने कहा कि जिस पार्टी में पला और बढ़ा उसका आभार है. वैचारिक संघर्ष का नारा हमेशा बुलंद रहेगा. 2019 के लोकसभा चुनाव में कन्हैया कुमार बेगूसराय संसदीय सीट पर सीपीआइ के उम्मीदवार थे. वे भाजपा के गिरिराज सिंह के मुकाबले पराजित हो गये.