Bharat Band: केंद्र सरकार के तीनों कृषि कानूनों के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में 40 किसान संगठनों के भारत बंद का बिहार में असर दिखने लगा है. विपक्षी महागठबंधन सहित कई अन्य राजनीतिक दलों का समर्थन आज के बंद को मिला हुआ है. बंद को समर्थन देने के लिए विपक्षी दल सड़कों पर भी उतर चुके हैं.
भारत बंद को लेकर किसानों के समर्थन में महागठबंधन सड़कों पर उतरी राजधानी पटना के बुद्ध स्मृति पार्क के पास महागठबंधन के माले और राजद की ओर से रास्ता ब्लॉक कर दिया गया है. पटना जंक्शन पर भी भारत बंद को लेकर सरकारी खिलाफ जमकर नारेबाजी हो रही है. जिसमें कृषि कानून को वापस लेने की मांग की जा रही है. साथ ही निजी करण को रोकने की बात भी कही जा रही है. सरैयागंज टावर पर खुले दुकानों को राजद कार्यकर्ताओं ने बंद करबा दिया. कांटी सुधा डेयरी के पास कांटी विधायक ने फोर लेन पर टायर जला कर रोड को जाम किया.
शहर के कुछ स्कूल बंद रहेंगे. डीएवी में परीक्षा कैंसिल कर दी गयी है. रेडिएंट इंटरनेलशन स्कूल भी बंद रहेंगे. संत डोमेनिक सेेवियोज, कार्मेल हाइ स्कूल, संत जोसेफ कॉन्वेंट के स्कूल प्रबंधकों ने अभिभावकों के सुविधा के अनुसार बच्चों को स्कूेल भेजने की बात कही है. स्कूल प्रबंधकों ने कहा कि उन्हें प्रशासन की अाेर से स्कूल बंद रखने की सूचना नहीं दी गयी है.
इधर, बंद की संभावित परेशानी को लेकर जिला पुलिस ने अलर्ट जारी किया है. एसएसपी उपेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि किसी भी चुनौती से निबटने के लिए क्यूआरटी, अग्निशमन दस्ता, दंगा निरोधी दस्तों के साथ पुलिस लाइन में रिजर्व पुलिस रखी जायेगी. ताकि जरूरत पड़ने पर फोर्स को मौके पर भेजा जा सके. वहीं, रेल एसपी विकास वर्मन ने बताया कि भारत बंद में शामिल लोग ट्रेनों व ट्रैकों पर कब्जा नहीं करें, इसके लिए निगरानी बढ़ा दी गयी है.
ऑल इंडिया रोड ट्रांसपोर्ट यूनियन समेत 70-80% ट्रांसपोर्ट यूनियनों ने समर्थन दिया हैं. इनमें आॅटो यूनियन, इ-रिक्शा यूनियन, मिनी बस यूनियन आदि शामिल हैं. लिहाजा लोगों को आने जाने के लिए ऑटो और इरिक्शा नहीं मिलेंगेे. बीएसआरटीसी की सिटी बसें चलेंगी, लेकिन सुबह से 12 बजे तक कम चलने की आशंका है.
ओला और उबर के कैब चलेंगे. इससे हवाई यात्रियों और रेलवे स्टेशन आने जाने वाले लोगों को राहत मिलने की संभावना है. हालांकि यात्रियों के लिए एक दो-घंटे का मार्जिन लेकर चलना बेहतर होगा क्योंकि सड़क आैर चौराहों पर बंद समर्थकों के जमे होने से सुबह में इनका परिचालन भी प्रभावित हो सकता है.
Posted by Ashish Jha