जिम ट्रेनर विक्रम सिंह राजपूत की हत्या की साजिश रचने और फायरिंग करने के आरोप में गिरफ्तार दंपति डॉ राजीव कुमार सिंह व खुशबू सिंह, पूर्व प्रेमी मिहिर सिंह व कांट्रेक्ट किलर अमन, आर्यन व शमशाद को बेऊर जेल में अलग-अलग वार्ड में रखा गया है. इन सभी को आमद वार्ड के अलग-अलग खंडों में बंद किया गया है.
आमतौर पर बेऊर जेल में जब भी कोई नया कैदी जाता है तो उसे पहले आमद वार्ड में रखा जाता है. करीब चार-पांच दिन वहां रखने के बाद अलग वार्ड में शिफ्ट किया जाता है. इन सभी को गुरुवार की रात 8.30 बजे बेऊर जेल ले जाया गया. जहां सभी की कोरोना की एंटीजन टेस्ट करायी गयी. जिसमें सभी निगेटिव पाये गये. पटना पुलिस ने भी जेल भेजने से पहले सभी की कोरोना जांच करायी थी.
जेल के अंदर कदम रखते ही फूट-फूट कर रोने लगी खुशबू- पुलिस टीम जैसे ही सभी को लेकर बेऊर जेल पहुंची और अंदर ले जाने लगी तो खुशबू सिंह फूट-फूट कर रोने लगी. उसके पति डॉ राजीव कुमार सिंह भी रूंआसे हो गये थे. किसी तरह से महिला सिपाहियों ने खुशबू सिंह को संभाला. इसके बाद खुशबू को महिला आमद वार्ड में लाया गया. जहां उसे कुछ देर बाद जेल प्रशासन की ओर से खाने में रोटी, दाल व सब्जी दी गयी. लेकिन उसने भूख नहीं होने की जानकारी देकर खाना को वापस कराना चाहा. लेकिन खुशबू सिंह को काफी समझाया गया तो भी उसने खाना नहीं खाया.
इसके साथ ही पति-पत्नी को रात भर नींद नहीं आयी. जहां दोनों गद्देदार बिस्तर पर अकेले सोते थे, वहीं अब उन्हें जेल में कई लोगों के बीच में सोना पड़ा. जेल के अंदर राजीव सिंह व खुशबू सिंह काफी मायूस थे और डिप्रेशन में आ गये थे. इसके कारण दोनों पर गुप्त रूप से जेल प्रशासन की ओर से नजर रखी जा रही थी. इसके साथ ही शुक्रवार को काउंसलर से दोनों की काउंसलिंग करायी गयी. इसके बाद दोनों कुछ शांत हुए. और, शुक्रवार को दिन में जेल प्रशासन द्वारा दिया गया खाना खाया.
खुशबू को आ रही थी अपने बच्चों की याद, नानी ले गयी अपने साथ- खुशबू सिंह को बार-बार अपने बच्चों की याद आ रही थी और यह बता रही थी कि अब उन लोगों को कौन देखेगा? इधर, डॉक्टर राजीव सिंह व खुशबू के जेल जाने के बाद उनके दोनों बच्चे अकेले हो गये थे. राजीव नगर में रहने वाली नानी दोनों बच्चों को अपने साथ ले गयी. दोनों बच्चों का स्कूल में अभी परीक्षा चल रही है.