प्रभात खबर में जेइइ मेन (मार्च-2021) व नीट प्रश्नपत्र लीक होने की खबर छपने के बाद सीबीआइ मामले की जांच कर रहा है. जेइइ मेन प्रश्नपत्र लीक मामले में सीबीआइ ने कार्रवाई की है. अब नेशनल एलिजब्लिटी इंट्रेंस टेस्ट (नीट) में भी सीबीआइ ने छापेमारी कर कार्रवाई शुरू कर दी है. जेइइ मेन की तरह ही सीबीआइ ने अब नीट में एक रैकेट का पर्दाफाश कर दिया है.
सीबीआइ ने नीट में धांधली में कई कोचिंग संस्थानों की संलिप्तता मानी है. सीबीआइ ने महाराष्ट्र स्थित एक कोचिंग सेंटर आरके एजुकेशन करियर गाइडेंस के निदेशक परिमल कोटपल्लीवार और कई छात्रों पर आरोप लगाये हैं. सीबीआइ ने कहा है कि परिमल प्रत्येक स्टूडेंट्स से 50 लाख रुपये की राशि के लेकर नीट पास कराने की गारंटी लेता था. सीबीआइ ने कहा है कि कई कोचिंग संस्थान रडार पर हैं.
नीट-यूजी का आयोजन 12 सितंबर को हुआ था. इससे पहले ही सीबीआइ नीट के आयोजन पर नजर रख रहा था. कई सॉल्वर गैंग को सर्विलांस पर ले रखा था. कई कोचिंग संस्थान भी रडार पर थे. अब भी सीबीआइ सभी पहलुओं की तलाश में जुटा हुआ है. महाराष्ट्र के साथ-साथ राजस्थान, यूपी, बिहार, दिल्ली व बेंगलुरु के साथ-साथ अन्य राज्यों में भी सीबीआइ नजर रख रहा है.
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सीबीआइ ने कहा है कि पकड़े गये सभी गैंग जेइइ मेन के साथ-साथ नीट के लिए भी सेटिंग करते थे. इनमें कई शिक्षण संस्थान शामिल हैं. सीबीआइ की टीम इस संबंध में कई लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी कर रही है. विभिन्न राज्यों में सक्रिय गिरोह का पता लगा रहा है. कई राज्य के पुलिस के साथ-साथ आम लोगों से भी सीबीआइ संपर्क कर रहा है.
नीट में धोखाधड़ी के मामलों के सामने आने पर परीक्षार्थी काफी नाराज हैं. परीक्षा आयोजित करने वाली संस्था नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) के खिलाफ फिर से परीक्षा और जांच की मांग परीक्षार्थी कर रहे हैं. हालांकि, एनटीए ने स्पष्ट कह दिया है कि परीक्षा स्थगित करने का एजेंसी का कोई प्लान नहीं है. गौरतलब है कि 12 सितंबर को देश भर में आयोजन नीट में करीब 17 लाख से अधिक स्टूडेंट्स शामिल हुए थे. वहीं, इस परीक्षा में बिहार से 83 हजार स्टूडेंट्स शामिल हुए थे.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan