पटना. बच्चों में वायरल बुखार का हमला जारी है. इससे प्रभावित होने वालों में जन्मजात के साथ-साथ 12 साल तक के बच्चों की संख्या अधिक है. नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के शिशु रोग विभाग में भर्ती दो माह की बच्ची की मौत निमोनिया से बुधवार को हो गयी है.
बीते 24 घंटे में पीएमसीएच, आइजीआइएमएस, एनएमसीएच और एम्स के शिशु रोग विभाग में कुल 445 बच्चे इलाज कराने पहुंचे. इनमें सबसे अधिक एम्स में 163, पीएमसीएच में 122, एनएमसीएच में 93 और आइजीआइएमएस में 67 बच्चे पहुंचे.
तीनों मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कुल 43 बच्चे बुखार से पीड़ित थे. इनमें पीएमसीएच में सबसे अधिक आठ व आइजीआइएमएस में दो कुल 10 बच्चों में निमोनिया पाया गया, जिन्हें शिशु रोग विभाग में भर्ती किया गया है.
पीएमसीएच में आठ बच्चों में तीन को नीकू वार्ड में भर्ती किया गया है. एम्स में वायरल फ्लू व निमोनिया आदि के एक भी बच्चे भर्ती नहीं हुए हैं. यहीं दूसरे बीमारी से पीड़ित चार बच्चों को शिशु रोग विभाग में भर्ती किया गया है. एनएमसीएच को छोड़कर तीनों अस्पताल में एक भी बच्चे की मौत वायरल फ्लू से नहीं हुई है.
एनएमसीएच के अधीक्षक डॉक्टर विनोद कुमार सिंह के ने बताया कि परिजनों ने गंभीर स्थिति में अस्पताल में शिशु रोग विभाग में भर्ती कराया था. वो निमोनिया व अन्य बीमारियों से पीड़ित थी. अधीक्षक ने बताया कि बुधवार को ओपीडी में 93 बच्चे उपचार कराने पहुंचे. इनमें पांच बच्चे निमोनिया से पीड़ित थे.
अस्पताल में निमोनिया से पीड़ित 18 बच्चे भर्ती हैं. बीमारी से पीड़ित एक बच्चे को भर्ती कराया गया है, जबकि चार बच्चे को घर भेजा गया है. अस्पताल में अब तक 11 बच्चों की मौत हो चुकी है.
Posted by Ashish Jha