दिल्ली नगर निगम के स्कूलों में अब निजी कोचिंग इंस्टीट्यूट चलेंगे, एमसीडी के सरकारी स्कूलों की बिल्डिंग को भाजपा बेच रही है. उक्त बातें आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में कही.
उन्होंने कहा कि दिल्ली में प्राथमिक शिक्षा की जिम्मेदारी नगर निगम की है. नगर निगम में भाजपा का शासन है और उन्होंने स्कूलों को बर्बाद कर दिया है. स्कूलों में शिक्षा का स्तर इतना खराब हो गया है कि बच्चे यहां दाखिला नहीं लेते. बदहाल प्राथमिक शिक्षा की वजह से भाजपा शासित एमसीडी ने 36 में से 14 स्कूलों को निजी कोचिंग सेंटरों को बेचने के लिए टेंडर निकाल दिया है.
BJP's MCD is now SELLING Govt School buildings!
On one hand
✅World is praising Kejriwal Govt's Education Revolution
✅Enrollment rose from 15lakh to 17.67lakhOn the other
❌BJP is selling Govt Schools to Pvt
❌MCD schools Enrollment down from 3lakh to 2.3lakh–@Saurabh_MLAgk pic.twitter.com/3IC3V6vUJA
— AAP (@AamAadmiParty) September 22, 2021
भाजपा अब सरकारी स्कूलों की महत्वपूर्ण जगह को बेचकर दिल्ली नगर निगम से भागने की तैयारी कर रही है, क्योंकि वह जानती है कि इस बार नगर निगम में उनकी वापसी संभव नहीं है.
पहले चरण में नरेला, सिटी सदर पहाड़गंज जोन, सिविल लाइन जोन और करोल बाग जोन के स्कूलों को बेचा जा रहा है. उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार 25 फीसदी बजट शिक्षा में लगाती है, जबकि दिल्ली नगर निगम सिर्फ डेढ़ फीसदी बजट शिक्षा पर खर्च करती है. जहां दिल्ली सरकार के स्कूलों में बच्चों का पंजीकरण हर साल बढ़ रहा है, वहीं दिल्ली नगर निगम के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे 3 लाख से घटकर 2.30 लाख हो गए हैं.
दिल्ली नगर निगम के कई स्कूलों में 30-40 बच्चे ही बचे हैं. उनके पास इतने छात्र भी नहीं बचे हैं कि उन स्कूलों को चला सकें. भाजपा दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता बताएं कि इसका क्या कारण है कि भाजपा शासित एमसीडी के स्कूलों में शिक्षा की इतनी बदहाल स्थिति है?
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि भाजपा के लोग दिल्ली नगर निगम में दिल्ली वालों की संपत्ति के ऊपर नजर गड़ाए बैठे हैं. भाजपा वालों को अब जब लग रहा है कि दिल्ली नगर निगम से उनका सूपड़ा साफ होने जा रहा है तो हर चीज को बेचकर भागने की स्कीम के ऊपर काम कर रहे हैं. एमसीडी की मुख्य स्थानों की जमीनों को एक तिहाई, चौथाई दामों पर अपने लोगों को बेच रहे हैं. इसके अलावा अस्पतालों, डिस्पेंसरी को निजी लोगों को क्लीनिक चलाने के लिए बेच रहे हैं. पार्कों के अंदर जहां लोग शांति के साथ सुबह का कुछ वक्त बिताते हैं, वहां पर दुकानें लगाने की तैयारी कर रहे हैं. इस तरह पार्कों को दुकानदारों को बेचने में लगे हुए हैं.
उन्होंने कहा कि जमीन, अस्पताल, पार्क, सड़क बेचने के बाद अब नंबर स्कूलों का है. केजरीवाल सरकार पूरे देश में दिल्ली के शिक्षा मॉडल के बारे में बताती है. हर जगह चर्चा होती है कि शिक्षा का कायाकल्प हो रहा है. वहीं दिल्ली में नर्सरी से लेकर कक्षा 5 तक प्राथमिक शिक्षा की जिम्मेदारी दिल्ली नगर निगम के पास है. जो बदहाल हो चुकी है.
Posted By : Rajneesh Anand