धनबाद : देश की काेयला राजधानी धनबाद 17 महीने बाद कोरोना मुक्त हो गयी है. एसएनएमएमसीएच के कैथ लैब भवन में भर्ती एकमात्र कोरोना संक्रमित मरीज के सोमवार को डिस्चार्ज होने के साथ अब जिला में कोरोना वायरस संक्रमण का कोई भी मामला नहीं है. जिले का रिकवरी रेट 97.69 फीसदी है.
स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि यह खबर राहत वाली जरूर है, मगर इससे लोग निश्चिंत न हों, क्योंकि अभी तक कोरोना में कोरोना मुक्त जैसा कुछ भी नहीं है. हम ढिलाई बरतेंगे तो यह फिर अपनी रफ्तार से बढ़ेगा. इसके लिए लोगों को वायरस की प्रकृति को समझना जरूरी है. तभी समाज इस बीमारी से लड़ सकेगा. एसएनएमएमसीएच के मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष व कैथ लैब भवन के नोडल चिकित्सा पदाधिकारी डॉ यूके ओझा ने जांच कर एकमात्र संक्रमित व्यक्ति को डिस्चार्ज कर दिया गया. एसएनएमएमसीएच के कैथ लैब भवन में भर्ती एकमात्र मरीज डिस्चार्ज ¾À16 अप्रैल 2020 को मिला था जिला का पहला केस
धनबाद में 16 अप्रैल 2020 को कोरोना का पहला मामला सामने आया था. शहर की डीएस कॉलोनी का रहने वाला रेल कर्मचारी पहला संक्रमित मरीज था. इसके बाद 18 अप्रैल को कुमारधुबी निवासी एक युवक संक्रमित पाया गया था. इसके बाद से ही संक्रमितों के मिलने का सिलसिला शुरू हो गया.
जिला में एक अप्रैल से दूसरी लहर की शुरुआत मानी जाती है. 31 मार्च तक कोरोना संक्रमितों की संख्या 7980 पहुंच गयी थी. इनमें से 7767 लोगों ने कोरोना को मात दी. वहीं 117 लोगों की मौत हुई. एक्टिव केस करीब 96 थे. 16 अप्रैल 2020 से 19 सितंबर 2021 के बीच जिले में 16554 संक्रमित मिले थे. इनमें से 16173 लोगों ने संक्रमण को मात दी, जबकि 381 लोगों की मौत हो गयी. रिकवरी रेट बढ़कर 97.69 प्रतिशत थी.
जिले में 19 सितंबर तक 45.56 प्रतिशत वैक्सीनेशन हो चुका है. 20 लाख तीन हजार 126 लोगों को वैक्सीन देने का लक्ष्य रखा गया है. इनमें से नौ लाख 12 हजार 781 लोगों को वैक्सीन दी गयी है. वहीं दूसरी डोज की बात करें तो तीन लाख 91 हजार 482 को वैक्सीन देने का लक्ष्य है. इनमें से दो लाख 91 हजार 262 को वैक्सीन दी गयी है. यानी वर्तमान लक्ष्य के विरुद्ध 74.39 प्रतिशत लोगों को दूसरी डोज दी गयी.
Posted by : Sameer Oraon