दुमका : दुमका मुफस्सिल के दोमुहानी और शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र के ढाका में दो लोगों से क्रमश: 8 लाख व 5 लाख कुल 13 लाख की रंगदारी मांगने के मामले में पुलिस ने चार अपराधियों को दबोचा है. उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है. रंगदारी मांगने वाले ये अपराधी दोमुहानी के ही राजेश उर्फ रिजवान अंसारी के इशारे पर काम करते हैं.
उसके ही आपराधिक गिरोह के ये सभी सदस्य रहे हैं. राजेश उर्फ रिजवान तथा उसका सहयोगी ढाका निवासी मेघनाथ पाल अब भी फरार है. पुलिस ने उनके जिन चार गुर्गों को गिरफ्तार किया है, उनमें दोमुहानी का जुनैद उर्फ जीतू अंसारी तथा काठीकुंड थाना क्षेत्र के भिटरा का अशोक मरांडी, फ्रांसिस हेंब्रम तथा संजू मरांडी शामिल हैं. जुनैद उर्फ जीतू लूट के मामले में पहले भी जेल की हवा खा चुका है.
डीएसपी विजय कुमार के नेतृत्व में टीम ने किया उद्भेदन : रंगदारी के मामलों में अपराधियों की गिरफ्तारी व कांड के उद्भेदन के लिए एसपी अंबर लकड़ा ने डीएसपी मुख्यालय विजय कुमार के नेतृत्व में टीम गठित की थी. टीम ने चारों अपराधियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित करायी. टीम में एसडीपीओ नूर मुस्तफा, मुफ्फसिल थाना प्रभारी पुनि उमेश राम, शिहकारीपाड़ा थाना प्रभारी सुशील कुमार, काठीकुंड थाना प्रभारी श्यामल कुमार मंडल, एसआइ अरबिंद कुमार राय, विनय कुमार, राजेश कुमार, अभिनव कुमार, एएसआइ विरेंद्र कुमार, मटिल्डा मिंज व रामजी सिंह शामिल थे.
चौकीदार शब्बीर की हत्या में शामिल रहा है रिजवान मुफस्सिल थाना के चौकीदार शब्बीर अंसारी की हत्या में भी रिजवान उर्फ राजेश अंसारी आरोपित रहा है. घटना के बाद से वह फरार था.अन्य सभी आरोपित जेल में हैं. भागते-फिर रहे रिजवान को पकड़ने के लिए पुलिस की हर कोशिश अब तक नाकाम रही है.