प्रवर्तन निदेशालय (इडी) ने राज्य के पूर्व मंत्री ददन सिंह उर्फ ददन पहलवान की 67 लाख से अधिक संपत्ति जब्त कर ली है. इडी की ओर से शनिवार को जारी प्रेस रिलीज के अनुसार ददन पहलवान की 67 लाख 99 हजार 374 रुपये की संपत्ति को प्रीवेंशन आॅफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट ((पीएमएलए) के तहत जब्त किया गया है.
यह संपत्ति उनके खुद के नाम की है और पत्नी व बेटे के नाम पर भी है. इडी के मुताबिक ददन पहलवान पर 2004 से बिहार और यूपी में आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं. ददन पहलवान फिलहाल किसी भी दल में नहीं हैं. 16वीं विधानसभा में वह जदयू के विधायक रहे थे, लेकिन 2020 के विधानसभा चुनाव में जदयू ने उनका टिकट काट दिया था और उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा था. इसके पूर्व राबड़ी देवी की सरकार में वह वित्त और वाणिज्यकर विभाग के राज्यमंत्री रहे थे.
ददन पहलवान के खिलाफ आर्म्स एक्ट, हत्या के प्रयास, आपराधिक साजिश, संपत्ति मामले में धोखाधड़ी के मुकदमे दर्ज हैं. कुछ मुकदमों में पत्नी उषा देवी और बेटे करतार सिंह यादव भी सह अभियुक्त बनाये गये हैं. इडी के अनुसार ददन पहलवान ने यह संपत्ति आपराधिक तरीके से एकत्र की है. अपराध से धन एकत्र कर ददन पहलवान और उनके परिजनों के नाम संपत्ति बनायी गयी है.
इडी के मुताबिक ददन पहलवान की पत्नी उषा देवी के बक्सर जिले के डुमरांव में 14.11 लाख की कीमत के सात प्लाॅट जब्त किये गये हैं. उनके बेटे करतार सिंह यादव के नाम से डुमरांव और बलिया में मौजूद चार प्लॉट अटैच किये गये हैं. ददन सिंह के नाम की चार गाड़ियां भी जब्त की गयी हैं, जिनकी कीमत 27.88 लाख रुपये से अधिक है. इनमें दो स्काॅर्पियो और एक-एक स्विफ्ट व मार्शल शामिल हैं.
पत्नी उषा देवी के नाम पर रजिस्टर्ड 2.66 लाख रुपये से अधिक की एक महिंद्रा जीप और बेटे करतार सिंह के नाम की 17.97 लाख रुपये की दो स्काॅर्पियो भी इडी ने जब्त की हैं. इसके अलावा ददन पहलवान और उषा देवी के बैंक खातों को भी सीज किया गया है, जिनमें करीब 22 हजार रुपये जमा हैं.
ददन पहलवान हेलीकॉप्टर के शौकीन हैं. 2014 के लोकसभा चुनाव में उधार के पैसों से ददन ने हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया था. पिता की तरह बेटे भी हेलीकॉप्टर के शौकीन हैं. छोटे बेटे निर्भय यादव अपनी शादी के दौरान दुल्हनिया को लाने के लिए हेलीकॉप्टर से गये थे. उस वक्त भी ददन पहलवान की चर्चा खूब हुई थी.
दरअसल, यूपी के पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव की तरह ही ददन यादव भी पहलवानी से राजनीति में आये हैं. ददन पहलवान अब खुद भले पहलवानी नहीं करते हैं, लेकिन अपने क्षेत्र में पहलवानी की प्रतियोगिता आयोजित करवाते रहते हैं और खुद उसमें शिरकत भी करते हैं.
POSTED BY: Thakur Shaktilochan