आरटीपीएस काउंटर से प्रमाणपत्र नहीं बनने से लोगों में खासी नाराजगी देखी जा रही है. काउंटर लगभग 15 दिनों से बंद है. तीन हजार से अधिक प्रमाणपत्र लटका हुआ है. प्रखंड क्षेत्र में पंचायत चुनाव एवं छात्रों के नामांकन के समय जाति प्रमाण पत्र, आवासीय प्रमाणपत्र, आय प्रमाणपत्र की आवश्यकता होती है. लोग सुबह से ही प्रखंड मुख्यालय आते हैं. इंतजार कर निराश होकर वापस चले जाते हैं. वहीं आरटीपीएस ने साइट पर जानकारी दी है कि मेंटेनेंस कार्यों की वजह से काम नहीं हो पा रहा है.
स्थानीय सत्येंद्र कुमार, विश्वनाथ झा, अखिलेश झा ने कहा कि समय पर प्रमाण पत्र नहीं बनने से चुनाव से वंचित होने का डर है. आरटीपीएस काउंटर पर कार्यपालक सहायक मनोज कुमार एवं श्याम कुमार ने कहा कि सर्वर डाउन होने तथा लोंगिंग नहीं होने के कारण प्रमाण पत्र नहीं बन रहा है.
यह स्थिति पिछले 15 दिनों से है. लेकिन बीच-बीच में सरवर ठीक होने पर प्रमाणपत्र बनाया जाता है. उन्होंने कहा कि पिछले सप्ताह से प्रमाणपत्र बनाने का काम ठप है. इस बाबत सीओ श्रीकांत सिन्हा, सीआई बसंत कुमार झा ने कहा कि वैकल्पिक व्यवस्था के लिए जिले के वरीय पदाधिकारी को लिखा गया है.
बता दें कि यह हालत पूरे बिहार में देखने को मिल रहा है. जानकारी के मुताबिक आय, जाति, निवास आदि प्रमाणपत्रों के लिए जिस ‘सर्विस प्लस ‘ पोर्टल पर आवेदन किया जाता है, उसके सर्वर में तकनीकी खराबी आ गयी है. इससे राज्य भर में लोकसेवाओं के अधिकार (RTPS) के तहत दी जाने वाले सेवाओं के 21 लाख से अधिक मामले लंबित हो गये हैं.bih