आनंद तिवारी, पटना. पटना मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस के दो छात्रों के साथ रैगिंग का मामला सामने आया है. पीएमसीएच में एमबीबीएस प्रथम वर्ष के दोनों छात्रों ने रैगिंग की शिकायत नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) से की है. एनएमसी ने मामला दर्ज करते हुए पीएमसीएच के प्राचार्य डॉ विद्यापति चौधरी को मामले की तहकीकात व कार्रवाई कर सूचित करने का निर्देश दिया है.
जानकारी के अनुसार 2020 बैच के प्रथम वर्ष के दो छात्रों ने एनएमसी से शिकायत की थी कि उनकी रैगिंग 2019 बैच के कुछ सीनियर छात्रों की ओर से ली जा रही है. उनकी शिकायत पर एनएमसी की ओर से केस (एआरसीसी/बीआर-6698) दर्ज किया गया है. हालांकि, शिकायत करने वाले छात्रों का नाम गुप्त रखा गया है. इधर, शिकायत के बाद पीएमसीएच में हड़कंप है. वहीं, सूत्रों के अनुसार एनएमसी से सूचना मिलने पर कॉलेज प्रशासन हरकत में आया है.
दोनों छात्र पटना में प्राइवेट रूम लेकर पीएमसीएच में पढ़ाई करते हैं. एनएमसी की शिकायत में छात्रों ने आरोप लगाये हैं कि उनके सीनियर छात्राओं पर भद्दे कमेंट करते हैं और डराते-धमकाते हैं. बार-बार परेशान किया जाता है. जबसे कॉलेज में ऑफलाइन पढ़ाई शुरू की गयी है, उनसे दो बार मारपीट की गयी है. फोन पर क्लास नहीं आने की धमकी देते हैं. एनएमसी ने पीएमसी के लेटर पैड पर जांच व कार्रवाई की लिखित में मांग की है.
अगर विद्यार्थी सामने आकर कॉलेज की एंटी रैगिंग कमेटी को बयान दे, तो आरोपित छात्र या छात्रा को एक साल के लिए निष्कासित किया जा सकता है. पीड़ित के साथ मारपीट की स्थिति में तो पूरी डिग्री निरस्त की जा सकती है. पीड़ित चाहे तो आरोपित सीनियर छात्रों पर एफआइआर भी करवा सकता है.
इधर एनएमसी का पत्र आते ही प्रिंसिपल कार्यालय कक्ष में सोमवार को एंटी रैगिंग कमेटी की आपात बैठक बुलायी गयी. बैठक में एंटी रैगिंग कमेटी के सदस्य सहित कई विभाग के विभागाध्यक्ष सहित कई असिस्टेंट व एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर भी शामिल हुए. बताया जा रहा है कि एंटी रैगिंग कमेटी ने प्रथम वर्ष के छात्रों को बुलाकर रैगिंग को लेकर एनएमसी को भेजी गयी शिकायत के संबंध में पूछा गया है.
पीएमसीएच के प्रिंसिपल डॉ विद्यापति चौधरी ने कहा कि एनएमसी से मिले पत्र के अनुसार जांच की गयी है. हालांकि, जिन छात्रों ने शिकायत की है, अभी वह खुल कर सामने नहीं आ रहे हैं. छात्रों को कोई परेशानी नहीं हो, इसलिए उनकी सुरक्षा बढ़ा दी गयी है. सीनियर छात्रों को भी फटकार लगायी गयी है. जांच जारी है. मामला सही पाया गया तो दोषी छात्र पर कार्रवाई होगी.
Posted by Ashish Jha