कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के ट्वीट पर केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने पलटवार किया है. उन्होंने दिग्विजय सिंह के बयान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि, ये वही लोग हैं जो आतंकियों के मरने पर मातम मनाते हैं. वहीं, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने भी दिग्विजय सिंह के ट्वीट पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि दिग्विजय सिंह विरोध करने की इतनी जल्दबाजी में रहते हैं कि वे भूल जाते हैं कि वे भारतीय संस्कृति, सनातन धर्म, हमारे वे संगठन जो राष्ट्र के लिए दिल जान से मदद करते हैं, उन सभी की मर्यादाओं का वे लगातार उल्लंघन करते हैं.
दिग्विजय सिंह विरोध करने की इतनी जल्दबाजी में रहते हैं कि वे भूल जाते हैं कि वे भारतीय संस्कृति, सनातन धर्म, हमारे वे संगठन जो राष्ट्र के लिए दिल जान से मदद करते हैं, उन सभी की मर्यादाओं का वे लगातार उल्लंघन करते हैं: केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल, दिग्विजय सिंह के ट्वीट पर pic.twitter.com/BiN2LIDSND
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 10, 2021
दरअसल, कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट के जरिये संघ प्रमुख मोहन भागवत पर निशाना साधा है. अपने ट्वीट में दिग्गविजय सिंह ने लिखा है कि, तालिबान महिलाओं को मंत्री बनाने लायक नहीं समझता है. वहीं संघ प्रमुख मोहन भागवत ने भी कहा है कि महिलाओं को घर पर ही गृहस्थी करनी चाहिए. ऐसे में क्या मान लिया जाए कि, दोनों के विचारों में समानता है. दिग्विजय सिंह ने सवाल किया कि क्या आरएसएस और तालिबान की सोच एक जैसी हो गई है.
गौरतलब है कि संघ प्रमुख का ये नया बयान नहीं हैं. कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत का जो बयान साझा किया है वो उनका काफी पुराना बयान है. यह बयान उन्होंने साल 2013 में दिया था. इस बयान में भागवत ने कहा था शादी एक तरह का समझौता है, जिसमें पति कामकाज और सुरक्षा की जिम्मेदारी उठाता है औ्र पत्नी घर की देखभाल करती है.
तालिबान ने कहा- मंत्री नहीं बनेंगी महिलाएं पैदा करें बच्चा: गौरतलब है कि, तालिबान प्रवक्ता सैयद जकीरूल्लाह हाशमी ने एक बार फिर विवादित बयान देते हुए कहा हैं कि महिलाओं को बच्चा पैदा करना चाहिए. उनका कैबिनेट में होना जरुरी नहीं है. तालिबानी प्रवक्ता का यह बयान ऐसे समय में आया है जब महिला प्रदर्शनकारी अपने हक मांग रही हैं. इसी बयान को लेकर दिग्विजय सिंह ने मोहन बागवत पर कटाक्ष किया है.
Postec by: Pritish Sahay