अवैध बालू खनन व कारोबार मामले में निलंबित चल रहे बिहार पुलिस के डीएसपी पंकज कुमार रावत के तीन ठिकानों पर आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) की टीम ने शनिवार को एक साथ छापेमारी की. इओयू के तीन डीएसपी के नेतृत्व में यह छापेमारी श्रीकृष्णापुरी स्थित डीएसपी के फ्लैट, दीघा (नासरीगंज) स्थित मकान व नालंदा जिले के हिलसा स्थित पैतृक मकान पर की गयी. जांच के दौरान डीएसपी व उनके परिजनों के नाम पर दीघा बगीचा में आवासीय भूखंड, फरीदाबाद व हरियाणा में फ्लैट, सगुना मोड़ (दानापुर) स्थित शताब्दी मॉल में दो दुकान सहित बैंकों व एलआइसी में बड़ी मात्रा में निवेश का पता चला है. इओयू के अधिकारियों के मुताबिक बरामद कागजातों व परिसंपत्तियों की जांच-पड़ताल चल रही है. अनुसंधान में और भी संपत्ति की जानकारी मिलने की उम्मीद है. इस संबंध में आर्थिक अपराध थाना में कांड संख्या 15/2021 दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया गया है.
पटना में प्राइम लोकेशन पर फ्लैट व दुकान
छापेमारी में निलंबित डीएसपी के पास आय से काफी अधिक संपत्ति अर्जित किये जाने की जानकारी मिली है. इन पैसों से श्रीकृष्णापुरी के बोरिंग रोड स्थित एएन कॉलेज के सामने गली में कोकिल अपार्टमेंट में फ्लैट खरीदा गया है. इसके साथ ही सगुना मोड़ पर बने भव्य शताब्दी मॉल में भी दो दुकान ली गयी है. दीघा में मिथिला कॉलोनी गंगा नर्सरी के पास डीएसपी का आलीशान मकान व रावत उत्सव मंडपम नाम से मैरेज हॉल है. उनके पास दीघा बागीचा में भी जमीन खरीद के प्रमाण मिले हैं. एक टीम ने हिलसा स्थित पैतृक मकान व जमीन के संबंध में भी पूरी जांच पड़ताल की. डीएसपी के बैंक व एलआइसी से संबंधित खातों में भी बड़े निवेश की जानकारी मिली. उन्होंने एलआइसी के साथ ही बजाज एलायंज कंपनी में भी निवेश किया है. इसके अलावा भी कुछ संपत्ति खरीद के प्रमाण टीम को मिले.
अवैध बालू खनन मामले में हुए थे निलंबित
डीएसपी पंकज कुमार रावत को अवैध बालू खनन मामले में निलंबित किया गया था. भोजपुर में पोस्टिंग के दौरान उनकी गैर कानूनी धंधे में बिचौलयों से सांठ-गांठ की बात सामने आयी थी. आरोप है कि उन्होंने मुजफ्फरपुर, मोतिहारी, वैशाली, भभुआ, खगड़िया आदि जिलों में अपनी पोस्टिंग के दौरान स्वयं, अपनी पत्नी व परिजनों के नाम पर काफी परिसंपत्तियां अर्जित की. इस संबंध में इओयू को प्रमाण भी मिले हैं. अवैध बालू मामले में इओयू की इस हफ्ते यह लगातार दूसरी कार्रवाई है. दो दिनों पहले ही इओयू की टीमों ने इसी मामले में निलंबित चल रहे निलंबित डीएसपी तनवीर अहमद के कई ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की थी.