jharkhand electricity news, jbvnl jharkhand tariff 2021-22 रांची : कोरोना के कारण इस वर्ष भी बिजली टैरिफ नहीं बढ़ेगा. पिछले वित्तीय वर्ष 2020-21 में कोरोना लॉकडाउन के कारण विद्युत नियामक आयोग ने उपभोक्ताओं के पक्ष में निर्णय देते हुए झारखंड गठन के बाद पहली बार कोई बढ़ोतरी नहीं की थी. वहीं, वित्तीय वर्ष 2021-22 में आयोग के फंक्शनल नहीं होने की वजह से टैरिफ पर सुनवाई ही नहीं हो सकी.
झारखंड बिजली वितरण निगम (जेबीवीएनएल) ने नवंबर 2020 में ही टैरिफ बढ़ाने के लिए पिटीशन दिया था. 20 से 30 प्रतिशत टैरिफ बढ़ाने का प्रस्ताव था, पर आयोग में एक भी सदस्य के नहीं होने की वजह से इस पर सुनवाई नहीं हो सकी.
इसका सीधा फायदा उपभोक्ताओं को मिला है. इस बार टैरिफ नहीं बढ़ा. सामान्य तौर पर नये टैरिफ की घोषणा जुलाई से लेकर अगस्त माह तक कर दी जाती थी, पर इस बार ऐसा नहीं हो सका. जेबीवीएनएल के साथ-साथ टाटा स्टील, सेल व डीवीसी के भी उपभोक्ताओं को राहत मिली है.
टैरिफ नहीं बढ़ने से झारखंड बिजली वितरण निगम (जेबीवीएनएल) ने अब वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए टैरिफ पिटीशन दायर करने की तैयारी शुरू कर दी है. 30 नवंबर को नया टैरिफ पिटीशन दायर किया जायेगा.
लगातार दूसरे साल बिजली टैरिफ नहीं बढ़ने से जेबीवीएनएल को भारी नुकसान उठाना पड़ा है. जेबीवीएनएल को प्रतिवर्ष लगभग 10 प्रतिशत टैरिफ बढ़ोतरी का लाभ मिल जाता था. पर, ऐसा नहीं होने से प्रतिमाह लगभग 12 करोड़ यानी एक साल में 3600 करोड़ के नुकसान का अनुमान है.
Posted By : Sameer Oraon