नई दिल्ली : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने बुधवार को महंगाई के मुद्दे पर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में मीडिया में सरकार की आर्थिक नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि हमने पिछले सात साल में एक नई आर्थिक मिसाल देखी है. इन सात सालों में डीमोनेटाइजेशन एक तरफ और मोनेटाइजेशन दूसरी तरफ है.
उन्होंने कहा कि हमारे समय में अतंरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का दाम आज से 32 फीसदी और गैस का दाम 26 फीसदी ज़्यादा था. अतंरराष्ट्रीय बाजार में गैस, पेट्रोल-डीज़ल के दाम गिर रहे हैं और हिन्दुस्तान में बढ़ते जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि सरकार ने 23 लाख करोड़ रुपये जीडीपी यानी गैस, डीज़ल, पेट्रोल से कमाए हैं। ये 23 लाख करोड़ रुपये गए कहां?
राहुल गांधी ने महंगाई के मुद्दे पर सरकार पर आरोप लगाया कि 2014 में जब यूपीए ने ऑफिस छोड़ा था, तो सिलेंडर का दाम 410 रुपये था और आज सिलेंडर का दाम 885 रुपये है. सिलेंडर के दाम में 116 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. पेट्रोल की कीमत में 2014 से 42 फीसदी और डीज़ल की कीमत में 55 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है.
Also Read: GST कलेक्शन अगस्त में लगातार दूसरे महीने 1 लाख करोड़ रुपये के पार, एसजीएसटी से सबसे अधिक रकम वसूली
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए कहा कि मोदी जी ने पहले कहा था कि मैं डीमोनेटाइजेशन कर रहा हूं और वित्त मंत्री कहती रहती हैं कि मैं मौद्रिकरण कर रही हूं. किसानों, मजदूरों, छोटे दुकानदार, एमएसएमई, वेतनभोगी, सरकारी कर्मचारियों और ईमानदार उद्योगपतियों का डीमोनेटाइजेशन हो रहा है. उन्होंने सवाल किया कि मोनेटाइजेशन किसका हो रहा है? इस सवाल के बाद खुद ही जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी जी के चार-पांच मित्रों का मोनेटाइजेशन हो रहा है.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.