राजस्थान में मॉनसून सत्र आगामी 9 सितंबर से शुरू हो रहा है. इस दौरान विपक्षी प्रहार से बचने के लिए गहलोत सरकार ने कमर कस ली है. बताया जा रहा है कि अशोक गहलोत सरकार फ्लोर मैनेजमेंट के लिए अपने मंत्रियों को जिम्मेदारी सौंपने की तैयारी कर ली है. ये मंत्री सदन के जहां विपक्ष के सवालों से सरकार को बचाएगी, वहीं बीजेपी को अपने आक्रामक बयान से घेरने का भी काम करेंगे.
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार गहलोत सरकार के फ्लोर मैनेजमेंट का नेतृत्व संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल के जिम्मे रहेगा, जबकि उनके सहयोग के लिए मंत्री रघु शर्मा, मंत्री प्रताप सिंह खचरियावास, मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा और सचेतक महेश जोशी रहेंगे. बताया जा रहा है कि ये नेता प्लानिंग के तहत सदन कार्यों को चलाने में सरकार के पक्ष को जहां मजबूती से रखेंगे, वहीं विपक्ष के हमलों का भी जवाब देंगे.
सरकार का पक्ष रखेंगे ये मंत्री- बताया जा रहा है कि मॉनसून सत्र के दौरान संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल और स्वास्थ्य मंत्री सदन के भीतर सरकार के रक्षा कवच के रूप में काम करेंगे. वहीं विपक्ष पर जवाबी हमला का काम मंत्री प्रताप सिंह खचरियावास, मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा और सचेतक महेश जोशी के जिम्मे रहेगा.
इन मुद्दों को उठा सकता है विपक्ष- बताया जा रहा है कि विपक्ष इस बार मॉनसून सत्र के दौरान राजस्थान में बाढ़ राहत, कोरोना वायरस और शिक्षण संस्थान खोलने के मुद्दे को उठाएगा. पिछले दिनों बाढ़ राहत को लेकर पूर्व सीएम वसुंधरा राजे सीएम के ऊपर निशाना भी साध चुकी हैं.