कैरो प्रखंड के नंदनी नदी में बंडा गांव के समीप 2007-08 में 85 लाख रुपये की लागत से पुल निर्माण का कार्य शुरू किया गया था. पुल अधूरा होने से क्षेत्र के लोगों को बरसात में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. निर्माण कार्य के नाम पर संवेदक द्वारा सिर्फ पिलर खड़ा कर दिया गया है और 58 लाख रुपये की निकासी कर ली गयी है.
जब विभाग द्वारा संवेदक को निर्माण कार्य पूरा करने का निर्देश दिया गया, तो संवेदक मामले को लेकर हाइकोर्ट पहुंच गया. इसके बाद से मामला अधर पर लटका हुआ है. लंबे समय से पुल निर्माण का कार्य अधूरा रहने से लोगों को कुड़ू या भंडरा के रास्ते 32 किमी की दूरी तय कर जिला मुख्यालय या लोहरदगा पहुंचना पड़ रहा है. बंडा के अगल बगल के कई गांवों का मुख्य बाजार कैरो है, जहां उन्हें जरूरत का सामान खरीदने के लिए बराबर कैरो आना पड़ता है.
स्थिति यह है कि बंडा के समीप कंदनी नदी पार करने के लिए लोगों को ट्यूब से बना नाव से नदी पार करना होता है. लोगों को जान जोखिम में डाल कर नदी पार कराया जाता है. नदी पार कराने वाले लोगों द्वारा इन लोगों से 10 से 20 रुपये प्रति व्यक्ति व दो पहिया का अलग से पैसा लिया जाता है.
नाव से पार होने के बाद पैसे देने को लेकर लोगों में तू-तू, मैं-मैं की स्थिति उत्पन्न हो जाती है. इधर, विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बंडा के समीप कंदनी नदी पर पुल बनाने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. डीपीआर तैयार होने के बाद काम शुरू हो जायेगा. सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार बरसात समाप्त होने के बाद इस स्थल पर पुराने पिलर हो हटा कर नया पुल बनाया जाना है.