जिला स्तरीय खरीफ कर्मशाला सह किसान क्रेडिट कार्ड की समीक्षा बैठक गुरुवार को नगर भवन गुमला में हुई. उदघाटन उपायुक्त शिशिर कुमार सिन्हा, अपर समाहर्त्ता सुधीर कुमार गुप्ता, एसडीओ रवि आनंद, नाबार्ड के डीडीएम निशित कुमार, एलडीएम जोन हांसदा एवं डीपीआरओ डीएन भादुड़ी ने दीप प्रज्जवलित कर किया. उपायुक्त ने कहा कि इस वर्ष गुमला में अच्छी बारिश हुई है. किसान खरीफ फसल में सक्रिय हैं.
किसानों को समय पर खाद, बीज एवं कृषि कार्य के संपादन के लिए केसीसी ऋण उपलब्ध कराना जिला प्रशासन की प्राथमिकता सूची में है. उन्होंने सभी शाखा प्रबंधकों को युद्धस्तर पर अधिक से अधिक लाभुकों का केसीसी स्वीकृत करने का निर्देश दिया. उन्होंने 15 सितंबर 2021 तक अनिवार्य रूप से लंबित आवेदनों का भी निष्पादन सुनिश्चित करने तथा कार्य में शिथिलता तथा लापरवाही बरतने पर संबंधित बैंकों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया. वहीं केसीसी की समीक्षा के दौरान बैंकों द्वारा आवेदनों की स्वीकृति असंतोषजनक पायी गयी.
उपायुक्त ने बैंकों द्वारा निराशाजनक प्रदर्शन को कार्य के प्रति उदासीनता बताया. कहा कि किसान अन्नदाता हैं. उनके द्वारा उत्पादित फसल से ही हम सभी को अनाज उपलब्ध होता है. सरकार द्वारा किसानों की स्थिति सुधारने के लिए पीएम किसान योजना, मुख्यमंत्री पशुधन विकास योजना सहित अन्य माध्यमों से किसानों को लाभांवित किया जा रहा है. जिला प्रशासन की प्राथमिकता सभी योग्य किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड के माध्यम से कृषि ऋण उपलब्ध कराना है.
अपर समाहर्त्ता सुधीर कुमार गुप्ता ने केसीसी ऋण हेतु प्रथम व द्वितीय फेज अंतर्गत विभिन्न बैंकों में भेजे गये आवेदन पत्रों की बैंकवार समीक्षा की. समीक्षा में झारखंड ग्रामीण बैंक एवं बैंक ऑफ इंडिया का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक पाया. एसडीओ रवि आनंद ने बैंकों द्वारा केसीसी संबधी कार्यों में उदासीनता को बेहद निराशाजनक बताया. कहा कि यह भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है. परंतु बैंकों द्वारा इसकी असंतोषपूर्ण प्रगति अत्यंत निराशापूर्ण विषय है.
उन्होंने सभी बैंक शाखा प्रबंधक, जिला समन्वयक आदि से संवेदनशीलता के साथ बैंकों में भेजे जाने वाले आवेदनों को 15 दिनों के अंदर निष्पादित करने का निर्देश दिया. मौके पर जिला कृषि पदाधिकारी अशोक कुमार सिन्हा, जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉक्टर मोहम्मद कलाम सहित विभिन्न बैंकों के शाखा प्रबंधक उपस्थित थे.