पटना. जाति आधारित जनगणना को लेकर प्रधानमंत्री के साथ 23 अगस्त को हुई मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में 11 सदस्यीय दल की मुलाकात के बाद केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट कर इसे नया मोड़ दे दिया है. केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि जो भी जनगणना हो, वह समाज के हित के लिए हो, राजनीतिक हित के लिए नहीं.
इस मुद्दे पर उन्होंने सिर्फ यही एक लाइन ट्वीट किया है, जिसके कई मायने निकाले जा रहे हैं. इधर, इसी मुद्दे को लेकर भाजपा प्रदेश कार्यालय में राष्ट्रीय प्रवक्ता गुरु प्रकाश पासवान ने तेजस्वी यादव पर हमला बोला है.
उन्होंने कहा है कि तेजस्वी की ओछी टिप्पणी से बिहार के 20% से अधिक अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंची है. उन्हें अपने इस सतही बयान पर फिर से विचार करना चाहिए. इसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए.
भाजपा के पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ सीपी ठाकुर ने कहा है कि जनगणना का आधार जाति नहीं, बल्कि आर्थिक स्थिति होनी चाहिए. प्रधानमंत्री पर जाति आधारित जनगणना कराने के लिए दबाव बनाना उचित नहीं है. उन्होंने विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि जनगणना अगर हो, तो अमीरी और गरीबी के आधार पर हो.
जातीय जनगणना समाज को बांटने की साजिश है. जाति में समाज को बांटने का कोई मतलब नहीं है. सभी भारत माता के संतान हैं. भाजपा ऐसे भी सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास की अवधारणा पर चलती है.
Posted by Ashish Jha