गोपालगंज . दूरी 32 किमी और किराया सौ रुपये, जी हां, पटना जाना हो या किसी चौक चौराहे से जिला मुख्यालय, सवारी वाहनों पर सफर करने में यात्री किराये को लेकर कराह रहे हैं. यदि किसी यात्री ने किराया को लेकर बहस की, तो वाहन संचालक बदसलूकी पर उतर जा रहे हैं.
निर्धारित किराया सूची विभाग की फाइल तक सिमट गया है. जिले में कोरोना के लॉकडाउन के बाद सवारी वाहनों का किराया आसमान पर है. कभी कोरोना के लॉकडाउन के नाम पर तो कभी डीजल के दाम में बढ़ोतरी के नाम भाड़ा किराया का बढ़ना जारी है.
विगत एक साल में डीजल का दर डेढ़ गुना बढ़ी है. पिछले साल अगस्त माह में डीजल लगभग 68 रुपये लीटर था. वर्तमान में इसकी दर 96.39 रुपये प्रति लीटर है. इधर चार माह में सवारी वाहनों का किराया दोगुना से तीन गुना तक बढ़ गया है.
ऑटो का किराया कहीं भी जाने के लिए जहां कम से कम 20 रुपये है. वहीं सवारी वाहनों का किराया 20 रुपये न्यूनतम रखा गया है. इधर परिवहन विभाग किराया भाड़ा निर्धारित कर देने की बात तो कहता है लेकिन बस स्टैंड से लेकर किसी भी सवारी वाहन में किराया सूची नहीं लगा है. एक नजर किराये पर
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बढ़ेयां 50 20 20
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महम्मदपुर 80 30 32
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थावे 25 10 10
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मुजफ्फरपुर 400 150 150
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पटना 500 180 151
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रक्सौल 500 350 –
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मोतिहारी 400 250 –
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बेतिया 600 250 –
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सीवान 100 35 38
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बढ़ेयां से सीवान 100 35 38
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बरौली से पटना 500 120 140
Posted by Ashish Jha